Multani Mitti Effects: हर कोई खूबसूरत दिखना चाहता है, लेकिन पिंपल्स और दाग-धब्बे उनकी खूबसूरती को कम कर देते हैं। इससे बचने के लिए लड़के और लड़कियां दोनों ही अपने चेहरे को खूबसूरत बनाने के लिए कई महंगे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं।
इतना ही नहीं, कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जो अपने चेहरे को खूबसूरत बनाने के लिए रोजाना अपने चेहरे पर मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोजाना चेहरे पर मुल्तानी मिट्टी लगाने से स्किन से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं। आज हम आपको मुल्तानी मिट्टी के कुछ नुकसानों के बारे में बताएंगे।
मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल
आपको बता दें कि बाजार में कई तरह की मुल्तानी मिट्टी मिलती है। इसलिए जब भी आप अपनी त्वचा पर मुल्तानी मिट्टी लगाएं तो अपनी त्वचा के हिसाब से ही मुल्तानी मिट्टी का चुनाव करें, क्योंकि गलत मुल्तानी मिट्टी का चुनाव करने से आपकी त्वचा पर सूजन, लालिमा और रैशेज जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
गलत मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल करने से चेहरे पर लाल पिंपल्स भी हो जाते हैं, जिससे चेहरा खराब दिखने लगता है। इसलिए चेहरे पर मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल करने से पहले सही मुल्तानी मिट्टी का चुनाव करें।
मुल्तानी मिट्टी के नुकसान
मुल्तानी मिट्टी त्वचा से प्राकृतिक तेल को सोखने का काम करती है। ऐसे में जिन लोगों की त्वचा रूखी है उन्हें मुल्तानी मिट्टी का ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि अगर आप रोजाना मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल करते हैं तो आपकी त्वचा रूखी और खुरदरी होने लगती है।
वहीं, कुछ लोगों को मुल्तानी मिट्टी से एलर्जी हो सकती है, इसलिए इसके इस्तेमाल से पहले पैच टेस्ट जरूर करें और रोजाना इसका इस्तेमाल करने से बचें। अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है तो आपको रोजाना मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। यह आपकी त्वचा को प्रभावित कर सकता है।
धूप में बाहर जाने से बचें
कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो अपने चेहरे पर मुल्तानी मिट्टी लगाकर धूप में निकल जाते हैं। अगर आप धूप में बाहर जाते हैं तो इसका आपकी त्वचा पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए ध्यान रखें कि त्वचा के हिसाब से ही मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल करें और हफ्ते में एक या दो बार ही त्वचा के लिए मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल करें।
अगर आप इसका ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपकी त्वचा रूखी हो सकती है। मुल्तानी मिट्टी को सीधे अपनी त्वचा पर लगाने से बचें। इसकी जगह आप मुल्तानी मिट्टी में गुलाब जल या दही का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।