देश के कई इलाकों में मानसून ने दस्तक दे दी है। वहीं, बाकी राज्यों में भी हल्की बारिश शुरू हो गई है। कुछ ही दिनों में पूरे देश में मानसून आ जाएगा और मौसम को खुशनुमा बना देगा। हालांकि, बारिश के मौसम में कई बीमारियां भी बहुत तेजी से फैलती हैं। वहीं, कई बीमारियों का स्रोत आपकी रसोई होती है, जिससे खाने के खराब होने से लेकर फूड पॉइजनिंग आदि जैसी समस्याएं हो सकती हैं। आइए आपको बताते हैं कि मानसून के दौरान क्या करना चाहिए, ताकि आपकी रसोई खुशनुमा बनी रहे।
किचन की चिमनी और एग्जॉस्ट को हमेशा साफ रखें
किचन में खाना बनाते समय गर्मी बहुत ज्यादा होती है, जिससे किचन में नमी आने लगती है। ऐसे में किचन में रोजाना हवा और धूप आने देनी चाहिए। हालांकि, मानसून के दौरान ऐसा करना काफी मुश्किल हो जाता है, क्योंकि लगातार बारिश होने से किचन में नमी खत्म नहीं होती। ऐसे में मानसून से पहले किचन की चिमनी और एग्जॉस्ट फैन को अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिए, ताकि किचन में नमी न रहे।
नमक, मसाले और चीनी को एयरटाइट जार में रखें
बारिश से होने वाली नमी का असर मसालों पर भी पड़ता है। इसके अलावा नमक और चीनी भी खराब होने लगते हैं। मानसून में इस समस्या से बचने के लिए नमक, चीनी और मसालों को हमेशा एयरटाइट कंटेनर में रखना चाहिए। इससे उनमें नमी नहीं रहती और न ही उनमें बैक्टीरिया पनप पाते हैं।
घरेलू उपाय मसाले जरूर रखें
भारतीय रसोई में कई तरह के मसाले पाए जाते हैं, जिनका इस्तेमाल अक्सर खाना बनाने में किया जाता है। मानसून के दौरान दालचीनी, लौंग और सूखी अदरक जैसे मसाले भी रसोई में रखने चाहिए, क्योंकि इनमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो मौसमी बीमारियों से निपटने में बहुत उपयोगी होते हैं। मानसून के दौरान ऐसे मसालों को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
सिंक के पाइप को हमेशा साफ रखें
हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि रसोई के छिपे हुए हिस्सों में कभी भी पानी जमा न हो, क्योंकि इससे बीमारियां फैलने का खतरा रहता है। इन इलाकों में सिंक के पाइप और नालियां आदि शामिल हैं। मानसून के दौरान इनका खास ख्याल रखना चाहिए। दरअसल, रसोई में खाने के छोटे-छोटे टुकड़े अक्सर रसोई के सिंक और नाली में फंस जाते हैं, जो नमी वाली हवा के संपर्क में आने पर बदबू मारने लगते हैं। ऐसे में मानसून शुरू होने से पहले ही किचन के सिंक और नाली को साफ कर लेना चाहिए, ताकि आप स्वस्थ रह सकें।