इस साल होने वाले पेरिस ओलंपिक से पहले भारतीय हॉकी टीम में बड़ा बदलाव किया गया है। पुरुष टीम की तैयारियों में मदद के लिए नीदरलैंड के गोलकीपिंग विशेषज्ञ डेनिस वान डी पोल की एक बार फिर सहयोगी स्टाफ में वापसी हुई है। वान डी पोल इससे पहले भी भारतीय गोलकीपरोंखाना चाहिए के साथ काम कर चुके हैं।
हॉकी टीम में बड़ा बदलाव
वो पहली बार साल 2019 में भारतीय टीम से जुड़े थे। भारतीय टीम फिलहाल भुवनेश्वर के कलिंग स्टेडियम में राष्ट्रीय कोचिंग शिविर में भाग ले रही है। वान डी पोल शिविर से जुड़कर तीनों गोलकीपर पीआर श्रीजेश, कृष्ण पाठक और सूरज करकेरा के साथ मिलकर काम करेंगे और उन्हें आगामी प्रतियोगिता के लिए तैयार करेंगे। अभी भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाएगी।
वान डी पोल की हुई वापसी
मुख्य कोच क्रेग फुल्टन की देखरेख में 10 दिवसीय विशेष गोलकीपिंग शिविर ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम के रवाना होने से एक सप्ताह पहले 26 मार्च को समाप्त होगा। हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने कहा कि भारतीय पुरुष हॉकी टीम के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण चरण है। ओलंपिक में फिर से पोडियम पर पहुंचने की उनकी कवायद में हॉकी इंडिया सुनिश्चित कर रहा है कि उन्हें सभी तरह की आवश्यक सुविधाएं मिलें।
वान डी पोल ने पिछले साल एशियाई खेलों से पहले भारतीय टीम के लिए जुलाई और सितंबर में दो विशेष शिविर आयोजित किए थे। टिर्की ने आगे कहा कि हमें डेनिस को टीम से जोड़कर खुशी हो रही है जो लगभग चार वर्षों से गोलकीपरों के इस समूह के साथ काम कर रहे हैं तथा जानते हैं कि उन्हें बेहतर बनाने के लिए किस तरह के बदलाव करने की जरूरत है।