भारतीय बैडमिंटन स्टार बी साई प्रणीत ने 31 साल की उम्र में संन्यास का ऐलान कर दिया। उन्होंने इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर दी। उन्होंने कहा कि आज मैं नए अध्याय की शुरूआत कर रहा हूं और अपने अब तक के सफर के लिये अभिभूत और कृतज्ञ हूं। बैडमिंटन मेरा पहला प्यार और साथी रहा है।
शटलर साई प्रणीत ने लिया संन्यास
उन्होंने कहा कि बैडमिंटन ने मेरे वजूद को मायने दिये। जो यादें हमने साझा की, जो चुनौतियां हमने पार की, वे सदैव मेरे ह्र्दय में रहेंगी। उन्होंने कहा कि मैं क्लब का मुख्य कोच बनूंगा और वहां सभी उभरते खिलाड़ियों की देखरेख करुंगा। साई प्रणीत ने सबसे पहले 2008 में धूम मचाई थी, तब उन्होंने कॉमनवेल्थ यूथ गेम्स के पुरुष डबल्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
Dear Badminton , Thank you 🙏 pic.twitter.com/FuMDDKPMmM
— Sai Praneeth (@saiprneeth92) March 4, 2024
2019 के विश्व चैंपियनशिप में रचा था इतिहास
बता दें शटलर प्रणीत ने 2019 में विश्व चैंपियनशिप के दौरान कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा था। 36 साल बाद इस उपलब्धि को हासिल करने वाले वह पहले भारतीय बने। इससे पहले 1983 में प्रकाश पादुकोण ने कांस्य पदक जीता था। इसके लिए उन्हें अर्जुन अवार्ड से भी सम्मानित किया गया। अगले साल 2020 के एशियन चीम चैंपियनशिप में उन्होंने ब्रांज मेडल जीता। लेकिन इसके बाद वो कोई बड़ा मेडल जीतने में असफल रहे।
ऐसा रहा करियर
बी साई प्रणीत का जन्म 10 अक्टूबर 1992 को हैदराबाद में हुआ था। प्रणीत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में तब आए जब उन्होंने साल 2010 में 18 साल की उम्र में मैक्सिको में बीडब्ल्यूएफ जूनियर विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। इसके बाद साल 2013 में उन्होंने थाईलैंड ओपन ग्रां प्री गोल्ड टूर्नामेंट के पहले राउंड में 2003 के ऑल इंग्लैंड चैम्पियन मलेशिया के मुहम्मद हाफिज हाशिम को हराया था।