विश्व के बेहतरीन और दिग्गज मुक्केबाजों में शुमार फ्लॉयड मेवेदर जूनियर भारत पहुंचे हैं। उन्होंने आज मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में पूजा-अर्चना की। इतना ही नहीं उन्होंने वहां फल और शॉल भी भगवान को चढ़ाया। इसके बाद पंडितों ने उन्हें प्रसाद की एक टोकरी दी और साथ ही शॉल उनके गले में लपेट दिया।
भारत पहुंचे मुक्केबाज मेवेदर
मुक्केबाज मेवेदर ने गणपति बप्पा के दरबार में सिर झुकाकर प्रणाम किया। मेवेदर भारत आकर काफी खुश हैं और उन्होंने कल कहा था कि वो इस साल भारत में एक प्रदर्शन मुकाबला खेलना चाहते हैं। 47 साल के मेवेदर ने देश विदेश में मुक्केबाजी में कई रिकॉर्ड बनाए हैं। प्रोफेशनल बॉक्सिंग में उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है। उनका रिकॉर्ड फिलहाल 50-0 का है। इसमें से 27 मुकाबले नॉकआउट के रहे हैं।
भारत में खेलना चाहते है मेवेदर
बता दें भारत में खेलने की अपनी इच्छा को लेकर मेवेदर ने कहा है कि बेशक ये संभव है। हम एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी की तलाश कर रहे हैं। ये पूछे जाने पर कि क्या वह एक भारतीय मुक्केबाज से भिड़ने को तैयार हैं? उन्होंने कहा कि मेरी टीम है। वो अपना काम कर रही है। इसमें समय लगेगा, लेकिन हम सर्वश्रेष्ठ प्रतिद्वंद्वी चुनेंगे। हम नहीं जानते कि प्रतिद्वंद्वी भारत से होगा या किसी और देश से। अमेरिका के रहने वाले मेवेदर के नाम 15 विश्व चैंपियनशिप खिताब और लाइनियल चैंपियनशिप खिताब हैं।
जीता था ये ऐतिहासिक मुकाबला
उन्होंने 2017 में संन्यास लिया था और इसके बाद वो कई प्रदर्शन मैच खेल चुके हैं। उन्होंने 1996 ओलंपिक में फेदरवेट वर्ग में कांस्य पदक जीता। उन्होंने तीन बार अमेरिकी गोल्डन ग्लव्स खिताब जीते है। मेवेदर अपनी गति, सहनशक्ति, रक्षा और अपनी शानदार योजना के लिए जाने जाते हैं। 2017 में उन्होंने प्रदर्शन मैच में रिंग में वापसी की थी और एमएमए फाइटर कॉनर मैकग्रेगर को हराया था। इससे दो साल पहले यानी 2015 में ‘फाइट ऑफ द सेंचुरी’ के नाम से लड़े मुकाबले में मेवेदर ने फिलिपिंस के मेगास्टार मैनी पाक्कियाओ को शिकस्त दी थी।