Captain Mahendra Singh Dhoni: भारतीय टीम के स्टार क्रिकेटर और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था। उनका जन्म 7 जुलाई 1981 को झारखंड की राजधानी रांची (MS धोनी बर्थडे) में हुआ था। इस हिसाब से उनकी उम्र 41 साल है। उस समय झारखंड बिहार का हिस्सा था। उनके पिता मान सिंह मेकॉन में जूनियर मैनेजमेंट पद पर कार्यरत थे। वहीं उनकी मां देवकी देवी गृहिणी हैं। उनके बड़े भाई का नाम नरेंद्र सिंह धोनी और बड़ी बहन का नाम जयंती गुप्ता (एमएस धोनी फैमिली) है।
एमएस धोनी शिक्षा: महेंद्र सिंह धोनी की पढ़ाई में बहुत कम रुचि थी। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा रांची के डीएवी जवाहर विद्या मंदिर से पूरी की। एमएस धोनी ने हाई स्कूल में 66 फीसदी और इंटर की परीक्षा में 56 फीसदी अंक हासिल किए थे। क्रिकेट खेलना उनकी पहली प्राथमिकता थी। 11वीं-12वीं में वह कई बार मैच खेलने रांची से बाहर भी जा चुके हैं। इसके लिए वह अपने पिता से अनुमति लेता था।
एमएस धोनी शौक: महेंद्र सिंह धोनी ने सेंट की स्थापना की। उन्होंने जेवियर्स कॉलेज से बी.कॉम किया है। यह कॉलेज रांची विश्वविद्यालय (एमएस धोनी शैक्षिक योग्यता) से संबद्ध है। एमएस धोनी (MS Dhoni) को ‘माही’ के नाम से भी जाना जाता है। उन्हें क्रिकेट के साथ-साथ बाइकिंग, स्विमिंग, फुटबॉल और टेनिस खेलने का भी काफी शौक है। 1993 में स्कूल के क्रिकेट कोच केआर बनर्जी ने महेंद्र सिंह धोनी की प्रतिभा को पहचाना और उन्हें विकेटकीपिंग में हाथ आजमाने की सलाह दी।
एमएस धोनी पत्नी: महेंद्र सिंह धोनी ने 4 जुलाई 2010 को डीएवी की अपनी जूनियर साक्षी धोनी (Sakshi dhoni) से शादी की। 2002 में, जब धोनी भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket team) में जगह बनाने की कोशिश कर रहे थे, तब उन्हें प्रियंका झा से प्यार हो गया था। लेकिन दुर्भाग्य से उसी साल एक हादसे में प्रियंका की मौत हो गई। उसके बाद उन्होंने कुछ समय तक साउथ फिल्म इंडस्ट्री की एक्ट्रेस लक्ष्मी राय को भी डेट किया। साक्षी धोनी और एमएस धोनी की एक बेटी भी है जिसका नाम जीवा है।
एमएस धोनी पुरस्कार: महेंद्र सिंह धोनी को वर्ष 2018 में भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण (Award Padma Bhushan) से सम्मानित किया गया है। उन्हें 2009 में पद्म श्री और 2007-08 में राजीव गांधी खेल रत्न से भी सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा उनकी झोली में कई अवॉर्ड (Award) भी हैं। अगस्त 2011 में उन्हें डी मोंटफोर्ट विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की गई।