IND vs ENG Test Series: भारत और इंगलैंड के बीच पांच मैचों की सीरीज का पहला मैच 25 जनवरी से हैदराबाद में खेला जाएगा। जिसके लिए दोनों टीमों ने कमर कस ली है, लेकिन रिकॉर्ड भारत के पक्ष में हैं। पिछले काफी समय से टीम इंडिया कभी अपने घर में टेस्ट सीरीज नहीं हारी है। हालांकि आखिरी टेस्ट सीरीज भी भारतीय टीम को इंग्लैंड ने ही हराई थी।
भारत-इंग्लैंड में किसका पलड़ा भारी?
भारत और इंग्लैंड के बीच साल 1932 से ही टेस्ट मैच खेले जा रहे हैं। दोनों टीमों के बीच अब तक कुल 131 मैच खेल जा चुके हैं। हालांकि लाल गेंद क्रिकेट में इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया का पिछला रिकॉर्ड कुछ खास नहीं रहा है, लेकिन हाल कुछ सालों में आंकड़े तेजी के साथ बदले हैं। इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया को सिर्फ 31 टेस्ट मैचों में जीत मिली है। वहीं 50 मैच इंग्लैंड की टीम ने जीते हैं जबकि 50 मौके पर मैच ड्रॉ रहा है।
वहीं बात करें इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया का अपने घर में उसके रिकॉर्ड का वह काफी दमदार रहा है। भारतीय टीम अंग्रेजो के खिलाफ अपनी सरजमीं पर कुल 64 मुकाबले में मैदान पर उतरी है, जिसमें से उसे 22 में जीत मिली है। वहीं इंग्लैंड की टीम ने सिर्फ 14 मैच जीते हैं जबकि 28 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं।
मैच से पहले कप्तान रोहित ने क्या कहा?
मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आये रोहित शर्मा से पत्रकारों ने शोएब बशीर पर सवाल पूछा था। जिसके जवाब में रोहित शर्मा ने कहा कि, मुझे उसके लिए बुरा लग रहा है। वह पहली बार इंग्लैंड स्क्वॉड में शामिल होते ही भारत आ रहा था। यह किसी के लिए भी आसान नहीं है। यदि हममें से कोई इंग्लैंड जा रहा होता और उसे वीजा नहीं मिलता तब भी तो दुख होता। मैं वीजा ऑफिस में नहीं बैठता इसलिए ज्यादा जानकारी नहीं दे सकता, लेकिन मुझे उम्मीद है कि वह जल्दी ही भारत आएगा। हमारे देश में क्रिकेट का आनंद उठाएगा और क्रिकेट खेलेगा।
पुजारा और रहाणे पर क्या बोले कप्तान?
रोहित ने पहले टेस्ट से पूर्व इस फैसले के बारे में कहा,‘हमने सीनियर खिलाड़ियों को लाने के बारे में सोचा लेकिन फिर युवा खिलाड़ियों को मौके कब मिलेंगे। हमने इस बारे में भी सोचा। सीनियर खिलाड़ियों को बाहर रखने का फैसला आसान नहीं था।
रहाणे ने आखिरी बार भारत के लिये 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट आफ स्पेन में खेला था जबकि पुजारा को आस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले साल विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के बाद बाहर किया गया। रोहित ने कहा,‘सीनियर खिलाड़ियों को बाहर करने का फैसला आसान नहीं होता। उन्होंने इतने रन बनाये हैं, इतने मैच जिताये हैं और उनके पास इतना अनुभव है कि उसे अनदेखा करना मुश्किल होता है।’