भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा प्रस्तावित नियम परिवर्तन के कारण, एमएस धोनी को चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) द्वारा एक अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में बरकरार रखा जा सकता है।
बीसीसीआई एक ऐसे नियम को बहाल करने पर विचार कर रहा है जो पांच साल से अधिक समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके खिलाड़ियों को अनकैप्ड श्रेणी में रखता है। यह नियम पहले आईपीएल के उद्घाटन सत्र से 2021 तक लागू था, लेकिन इसका उपयोग कभी नहीं होने के कारण इसे खत्म कर दिया गया था।
यदि यह नियम बहाल किया जाता है, तो इसका मतलब यह होगा कि 2019 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले धोनी को अनकैप्ड खिलाड़ी माना जाएगा। इससे सीएसके को उन्हें एक अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में बनाए रखने की अनुमति मिल जाएगी, जिससे उन्हें कैप्ड खिलाड़ियों के एक मुख्य समूह को बनाए रखने में लचीलापन मिलेगा।
एमएस धोनी ने खुद स्वीकार किया है कि आईपीएल में उनका भविष्य रिटेंशन नियमों पर निर्भर करता है और उन्होंने कहा है कि नियम और कानून बन जाने के बाद वह इस पर फैसला लेंगे। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि कोई भी निर्णय टीम के सर्वोत्तम हित में होना चाहिए।
सीएसके के पूर्व खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन ने भी धोनी के अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में खेलने की संभावना जताई है और कहा है कि उन्होंने कई सालों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है और इसलिए वह अनकैप्ड खिलाड़ी हैं।
केवल समय ही बताएगा कि क्या यह नियम परिवर्तन लागू होगा और क्या धोनी को सीएसके एक अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में बनाए रखेगा।