इंडियन प्रीमियर लीग के 18वें सीजन से पहले पंजाब किंग्स की फ्रेंचाइजी में बवाल मचा हुआ है। टीम मालिकों के बीच टकराव की ऐसी स्थिति बनी है की मामला कोर्ट तक पहुंच गया है। ऐसे में आइए जानते हैं दुनिया की इस सबसे बड़ी टी20 लीग में टीम मालिकों को लेकर हुए विवाद के बारे में।
इंडियन प्रीमियर लीग का 18वां सीजन अगले साल यानी 2025 में खेला जाएगा। नए सीजन के लिए इस बार मेगा ऑक्शन किया जाना है। इसके लिए एक मीटिंग भी हुई, लेकिन किसी एक मुद्दे सहमति नहीं बन पाई। वहीं इस बीच अब पंजाब किंग्स की टीम में एक बड़ा विवाद निकलकर सामने आया है। यह विवाद है टीम के मालिकों के बीच। पंजाब किंग्स में कुल चार स्टेक होल्डर हैं। उन्हीं में से एक अपना कुछ शेयर बेचना चाह रहे हैं। ऐसे में टीम की को ओनर प्रीति जिंटा ने इसे रोकने के लिए अब कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। यह पहली बार नहीं है जब टीम मालिकों के कारण आईपीएल विवादों में आया है। ऐसे में आइए जानते हैं इस लीग में टीम मालिकों से जुड़े कुछ बड़े विवादों के बारे में।
1. मालिक के कारण सीएसके की टीम हुई थी बैन
इंडियन प्रीमियर लीग की सबसे सफल फ्रेंचाइजी में से एक चेन्नई सुपर किंग्स के दामन पर उस समय दाग लगी थी, जब इस टीम के प्रमोटर गुरुनाथ मयप्पन का नाम सट्टेबाजी में सामने आया था। मयप्पन को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। मयप्पन सीएसके के टॉप ऑफिशियल्स में से एक और बीसीसीआई के अध्यक्ष रहे एन श्रीनिवासन के दामाद थे। मयप्पन के अलावा शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा का भी नाम इसमें सामने आया। राज कुंद्रा राजस्थान रॉयल्स से जुड़े थे। इस घटना के बाद सीएसके और राजस्थान रॉयल्स को दो साल के लिए बैन कर दिया गया।
2. पांच साल के लिए बैन हो चुके हैं शाहरुख खान
बॉलीवुड के सुपरस्टार और कोलकाता नाइट राइडर्स के को ओनर शाहरुख खान भी विवादों से नहीं बच पाए हैं। साल 2012 में शाहरुख अपनी टीम को सपोर्ट करने मुंबई के वानखेड़े क्रिकेट स्टेडियम में मैच देखने गए थे। मैच के बाद शाहरुख खान की वहां के एक गार्ड के बहस हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि शाहरुख खान को वानखेड़े में पांच साल के लिए बैन कर दिया गया। हालांकि, चार साल में ही उन्हें क्लीन चीट दे दी गई थी।
3. शशि थरूर ने गंवाई मंत्री पद, ललित मोदी का हुआ पतन
साल 2010 में ललित मोदी ने एक खुलासा करते हुए कहा था कि कोच्चि टस्कर केरल की टीम में उस समय कांग्रेस पार्टी की सरकार में मंत्री शशि थरूर की हिस्सेदारी है और यह हितों के टकराव का मामला है। ललित मोदी के इस बयान के बाद मीडिया में यह खूब उछली और मामला संसद में भी गूंजा। नतीजा ये हुआ कि शशि थरूर को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। इसके साथ ही ललित के युग का भी यहां से अंत होना शुरू हो गया। बीसीसीआई की विशेषसमिति ने ललित मोदी के खिलाफ कई आरोप तय किए, जिसके बाद वह भारत छोड़कर लंदन चले गए।
4. BCCI ने पुणे वॉरियर्स को IPL से किया था बाहर
आईपीएल में केवल एक सीजन खेलने वाली टीम पुणे वॉरियर्स को बीसीसीआई ने 2013 नीलामी के एक घंटे बाद ही लीग से बाहर करने की घोषणा कर दी थी। पुणे वॉरियर्स के प्रमोटर सहारा बैंक गारंटी की नकदी पेश करने में असफल रही थी। ऐसे में टीम और बोर्ड के बीच विवाद बढ़ गया, जिसके बाद इस फ्रेंचाइजी को आईपीएल से बाहर कर दिया गया।
5. प्रीति जिंटा ने अपने टीम पार्टनर के खिलाफ खटखटाया कोर्ट का दरवाजा
ताजा मामला पंजाब किंग्स को लेकर सामने आया है। प्रीति जिंटा ने पंजाब किंग्स के स्टेक होल्डर मोहित बर्मन के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर की है। मोहित के पास पंजाब किंग्स की 48 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। वहीं माना यह जा रहा है कि मोहित बर्मन इसमें से अपना कुछ हिस्सा किसी अज्ञात पार्टनर को बेचना चाह रहे हैं। इसी को लेकर मामला बिगड़ा है। वहीं, प्रीति जिंटा के पास 23 प्रतिशत की हिस्सेदारी है और वह नहीं चाहती हैं कि इस फ्रेंचाइजी और कोई मालिक बने। क्योंकि पहले से ही इसमें चार हिस्सेदार हैं।