iPhone 15 Model: भारत में अभी-अभी आईफोन की बहुत जबरदस्त चाहत देखी जा रही है। यह इसलिए है क्योंकि ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर विशेष बिक्री चल रही है। लोग आईफोन को चुपचाप खरीद रहे हैं और बहुत अच्छे डिस्काउंट का लाभ उठा रहे हैं। जब कोई प्रोडक्ट की मांग बहुत बढ़ जाती है, तो चोरी-छिपे उत्पादों का खतरा भी बढ़ जाता है। कई बार लोग ऑनलाइन खरीदारी करते समय झूलस उत्पादों के शिकार हो जाते हैं और उन्हें हजारों रुपये का नुकसान हो जाता है। अगर आप भी आईफोन खरीदने की सोच रहे हैं और आपको डर है कि कहीं आपको झूलस आईफोन न मिल जाए, तो आज हम आपको फेक आईफोन की पहचान करने का तरीका बताएंगे।
बैक पैनल जरूर चेक करें
आपको ओरिजिनल आईफोन मॉडल में जिस प्रकार का पीछे का पैनल मिलता है, वह ग्लास से बना होता है और इसे देखकर या छूकर आसानी से पहचाना जा सकता है, वहीं नकली आईफोन मॉडल में यह प्लास्टिक से बना होता है, इसलिए आप इस बात पर ध्यान दें तो आप इसे पकड़ सकते हैं।
फोन की डिस्प्ले की क्वालिटी
आमतौर पर आईफोन का डिस्प्ले उज्ज्वल और सुव्यवस्थित होता है, लेकिन यदि आपके घर पर एक आईफोन डिलीवर हो गया है और उसके डिस्प्ले पर इन विशेषताओं की कमी हो रही है, तो आप समझें कि वह आईफोन नकली हो सकता है। फर्जी आईफोन मॉडल के डिस्प्ले में समस्या होती है और वह काफी धीमा होता है, जिससे आप इसे पहचान सकते हैं।
साइड प्रोफाइल जरूर चेक करें
फ्रंट और बैक से कई बार डिजाइन में काफी समानताएं होती हैं। इसलिए, नकली और असली आईफोन का पता लगाना मुश्किल हो सकता है। हालांकि, आप किनारों की जांच करके नकली आईफोन में कुछ अंतर देख सकते हैं, जो असली आईफोन से अलग होते हैं। क्योंकि हूबहू आईफोन की कॉपी बनाना मुश्किल होता है, आप किनारों को देखकर आसानी से पता लगा सकते हैं कि आईफोन नकली है या असली है।
फोन की एक्सेसरीज चेक करें
आईफोन के साथ आपको बहुत कुछ नहीं मिलता है, लेकिन अगर आपके पास उसकी लाइटनिंग केबल है तो आप उसे चेक करके पता लगा सकते हैं कि यह असली है या नकली। फेक आईफोन की लाइटनिंग केबल थोड़ी पतली होती है और उसकी क्वालिटी भी खराब होती है। इसलिए इसे पहचाना जा सकता है।