Elon Musk take over Twitter: ट्विटर का कंट्रोल अब एलोन मस्क हाथों में चला गया है और गद्दी पर बैठते ही मस्क एक्टिव मोड़ में आ गए हैं। सबसे पहले उन्होने अपने शीर्ष अधिकारियों को निकाल दिया है।बता दें कि मस्क ने मुख्य कार्यकारी पराग अग्रवाल (CEO Parag Agarwal) और साथ ही कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी और कानूनी नीति, विश्वास और सुरक्षा के प्रमुख, वाशिंगटन पोस्ट और सीएनबीसी ने अज्ञात स्रोतों का हवाला देते हुए बर्खास्त कर दिया।
वैसे मस्क ने ट्विटर खरीदने को लेकर ट्वीट किया था। क्योंकि “सभ्यता के भविष्य के लिए एक साझा डिजिटल टाउन स्क्वायर होना जरूरी है जहां स्वस्थ तरीके से कई बातों पर बहस हो सकती है।”
‘चीफ ट्विट’
आपको बता दें कि इससे पहले मस्क ने अप्रैल में अपने अवांछित प्रस्ताव को स्वीकार किए जाने के बाद ट्विटर सौदे से पीछे हटने की कोशिश की और कहा कि जुलाई में वो अनुबंध रद्द कर रहा था क्योंकि उन्हें ट्विटर द्वारा नकली “बॉट” खातों की संख्या पर गुमराह किया गया था।
इसके बाद ट्विटर ने साबित करने की कोशिश की कि मस्क केवल इसलिए दूर जाने के बहाने बना रहा था क्योंकि उसने अपना विचार बदल दिया था।
उसे डूबने दो! उसने चुटकी ली।
दरअसल मस्क ने हाल ही में टेस्ला की कमाई कॉल के दौरान कहा कि वो ट्विटर सौदे के बारे में खुश थे भले ही वो और निवेशक ज्यादा पेमेंट देने के लिए तैयार क्यों ना हो।
ट्विटर फ्री-फॉर-ऑल?
जानकारी के लिए बता दें कि कुछ कर्मचारी जो मस्क के लिए काम नहीं करना पसंद करेंगे वो पहले ही काम छोड़ चुके हैं। इसे लेकर एक कार्यकर्ता ने कहा कि ज्यादा स्वतंत्र रूप से बोलने के लिए गुमनाम रहने के लिए कहा।
गौर करने वाली बात है कि मस्क के ट्विटर चलाने के विचार ने उन कार्यकर्ताओं को परेशानी में डाल कर दिया है जो उत्पीड़न और गलत सूचना में बढ़ोतरी से डरते हैं, क्योंकि खुद मस्क बाकी ट्विटर यूजर्स को ट्रोल करने के लिए जाने जाते हैं। इसे लेकर मस्क ने कहा कि उन्हें एहसास है कि ट्विटर “सभी के लिए फ्री-फॉर-हेलस्केप नहीं बन सकता है जहां कुछ भी बिना किसी परिणाम के कहा जा सकता है।”
इसके अलावा का संभालते ही मस्क ने कंटेट मॉडरेशन को कम से कम वापस डायल करने की कसम खाई है और उम्मीद है कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के मंच पर लौटने का रास्ता साफ हो जाएगा।