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Thursday, October 17, 2024
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Bihar Train Loot : फिल्मी स्टाइल में ट्रेन में लूटपाट, GRP के जवान भी देखते रहे तमाशा!

Bihar Train Loot : बुधवार को हावड़ा से जम्मू तवी जा रही हिमगिरी एक्सप्रेस (Himgiri Express Train Loot) में फिल्मी स्टाइल में लूट की वारदात को अंजाम दिया गया। दरअसल सीट पर बैठने को लेकर कुछ लोगों की नोकझोंक हो गई जिसके बाद ट्रेन के कोच में घुसे अवैध यात्री लूटपाट कर फरार हो गए। जिसकी वजह से ट्रेन बक्सर स्टेशन पर 6 मिनट ज्यादा रोकी गई।

जानकारी के मुताबिक बोगी में घुसे अवैध यात्रियों द्वारा मारपीट भी की गई। जिसके कारण पटना निवासी राजीव कुमार और सास्वत कुमार को चोटें भी आई हैं। बक्सर में इनका प्राथमिक उपचार कराया गया। घटना को लेकर पीड़ित यात्री ने 139 नंबर पर शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर जीरो एफआईआर आरा में दर्ज किया गया है।

बी-टू बोगी में पटना से पठानकोट जा रहे पटना के राजीव कुमार ने बताया कि आरा जंक्शन से ट्रेन खुलने के बाद करीब आधा दर्जन लोग उनके साथ मारपीट करने लगे और सास्वत कुमार का मोबाइल, राजीव कुमार से सोने की चेन और दो बैग लूटकर सभी बदमाश बक्सर से पहले उतर गए।

लूट के समय ट्रेन में थे GRP के जवान

बताया जा रहा है कि जिस समय यात्रियों से लूटपाट (Bihar Train Loot) हो रही थी तो उस समय ट्रेन में जीआरपी के जवान भी मौजूद थे। बता दें कि ट्रेन के एसी कोच में पटना से 30-35 की संख्या में बरातियों का ग्रुप था, जो पठानकोट जा रहा था। इन्हीं बरातियों को बदमाशों ने टारगेट बनाया।

कहा जा रहा है कि कुछ बदमाश पटना स्टेशन (Patna Junction) से ही ट्रेन में सवार हो गए थे और आरा जंक्शन (Ara Junction) से बदमाशों के कुछ और साथी भी ट्रेन में सवार हो गए। आरा से ट्रेन खुलते ही उन लोगों ने यात्रियों के साथ मारपीट और लूटपाट शुरू कर दी। पीड़ित यात्रियों ने कहा कि ट्रेन में बिना टिकट के यात्री सवार हो जाते हैं, टीटीई और जीआरपी के जवान उन्हें रोकते तक नहीं है।

Bihar Train Loot

जवानों से की शिकायत, तो उन्होंने टाल दी बात

प्रभाष कुमार नामक ने बताया कि लोहे की रॉड से यात्रियों की पिटाई की गई है, उनके पास हथियार भी थे। बक्सर स्टेशन से पहले सभी बदमाश उतर गए। वहीं कुछ यात्रियों ने बताया कि लूटपाट (Bihar Train Loot) करने के बाद जब सभी बदमाश उतर रहे थे, तब जीआरीपी के जवानों ने उन्हें देखा था। जवानों से शिकायत करने पर उन्होंने बक्सर स्टेशन पर केस दर्ज कराए जाने की बात कहकर टाल दिया था।

आरपीएफ इंस्पेक्टर दीपक कुमार ने बताया कि उपचार के लिए करीब छह मिनट तक ट्रेन को बक्सर में रोका गया था, फिर यात्री को ट्रेन में चढ़ा दिया गया। इस मामले में आरा में जीरो एफआईआर दर्ज हुआ है। मामले में दोषियों की पहचान की जा रही है।

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