अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को कराची के हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है. सोशल मीडिया पर दाउद को जहर दिए जाने का दावा किया जा रहा है. इस बीच, खबर है कि पूरे पाकिस्तान में इंटरनेट ठप कर दिया गया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी डाउन हैं. सरकार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि रविवार रात पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ अध्यक्ष इमरान खान की वर्चुअल रैली थी. इसकी वजह से माहौल खराब ना हो, इसलिए रैली से ठीक पहले इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. कुछ लोग इसे दाऊद इब्राहिम से जोड़कर भी देख रहे हैं.
दरअसल, सोशल मीडिया पर तमाम यूजर्स द्वारा दावा किया जा रहा है कि दाऊद इब्राहिम को कराची के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दावा है कि किसी अनजान शख्स ने उसे जहर दे दिया है. इसके चलते दाऊद को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
दाऊद की गैंग के पूर्व सदस्य ने पुष्टि करते हुए बताया कि दाऊद गंभीर बीमारी के चलते कराची के अस्पताल में भर्ती है, दो दिन पहले उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसे कड़ी सुरक्षा में रखा गया है और जिस फ्लोर पर वह एडिमट है, वहां किसी को भी जाने की इजाजत नहीं है. सिर्फ शीर्ष अधिकारियों और परिवार के करीबी लोग ही वहां जा सकते हैं.
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक अस्पताल में भर्ती होने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है. क्योंकि पाकिस्तानी और भारतीय अधिकारियों ने इसको लेकर आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. अटकलें लगाई जा रही हैं कि दाऊद की अचानक तबीयत खराब होने के पीछे का कारण जहर हो सकता है. इससे पहले भी दावा किया गया था कि दाऊद कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहा है. पिछले दिनों चर्चा थी कि गैंग्रीन के कारण कराची के एक अस्पताल में उसके पैर की दो उंगलियां काट दी गई थी.
पाकिस्तान के मानवाधिकार कार्यकर्ता क्या बोले?
वकील और मानवाधिकार कार्यकर्ता जिब्रान नासिर ने कहा, पीटीआई की वर्चुअल रैली का विरोध करने के लिए लाखों यूजर्स और सैकड़ों हजारों व्यवसायों को प्रभावित किया गया. ये इंटरनेट के साथ खिलवाड़ किया है. यह पागलपन से परे है. एक्टिविस्ट उसामा खिलजी ने भी पाकिस्तानी नागरिकों के सूचना तक पहुंच के अधिकार और संघ की स्वतंत्रता को कमजोर करने की निंदा की.
कैसे डॉन बना दाऊद इब्राहिम?
बता दें कि दाऊद इब्राहिम कासकर का जन्म दिसंबर 1955 में महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में हुआ था. उसके पिता इब्राहिम कासकर पुलिस कांस्टेबल थे. बाद में दाऊद इब्राहिम का परिवार मुंबई के डोंगरी इलाके में बस गया था. 70 के दशक में दाऊद का नाम मुंबई के अंडरवर्ल्ड में तेजी से उभरने लगा था. पहले वो हाजी मस्तान गैंग में काम करता था. वहीं रहते रहते उसका प्रभाव बढ़ने लगा. उसके गैंग को लोग डी-कंपनी कहने लगे थे. वो उसका मुखिया माना जाता था.
मुंबई बम ब्लास्ट का मास्टरमाइंड है दाऊद
1993 में मुंबई में हुए सीरियल ब्लास्ट का मास्टर माइंड वही था. धमाको को अंजाम देने के बाद वो भारत छोड़कर दुबई भाग गया था. इसके बाद उसने पाकिस्तान में अपना ठिकाना बनाया. अब वो अपने परिवार के साथ वहीं रहता है. उसके खिलाफ भारत में आतंकी हमला, मर्डर, अपहरण, सुपारी हत्या, संगठित अपराध, ड्रग्स, हथियारों की तस्करी जैसे कई मामले दर्ज हैं. साल 2003 में उसे ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया गया था. साल 2011 में एफबीआई और फ़ोर्ब्स की एक लिस्ट में उसे दुनिया का तीसरा मोस्ट वांटेड भगोड़ा अपराधी बताया गया था.