ISRO Solar Mission Aditya L1 : इसरो की ओर से सोलर मिशन को लेकर बड़ी जानकारी दी गई है। दरअसल आदित्य-एल1 (ISRO Sun Mission) में लगे आदित्य सोलर विंड पार्टिकल एक्सपेरिमेंट (ASPEX) पेलोड ने अपना काम करना शुरू कर दिया है और सामान्य रूप से काम कर रहा है।
बता दें कि ASPEX में दो अत्याधुनिक उपकरण सौर पवन आयन स्पेक्ट्रोमीटर (SWIS) और सुप्राथर्मल और ऊर्जावान कण स्पेक्ट्रोमीटर (STEPS) शामिल हैं। STEPS उपकरण 10 सितंबर, 2023 को चालू था। SWIS उपकरण 2 नवंबर, 2023 को एक्टिवेट (ISRO Sun Mission) हुआ था और अब इसने अच्छे से काम करना शुरू कर दिया है।
Aditya-L1 Mission:
The Solar Wind Ion Spectrometer (SWIS), the second instrument in the Aditya Solar wind Particle Experiment (ASPEX) payload is operational.
The histogram illustrates the energy variations in proton and alpha particle counts captured by SWIS over 2-days.… pic.twitter.com/I5BRBgeYY5
— ISRO (@isro) December 2, 2023
बता दें कि SWIS में 360° तक घूमने वाले दो सेंसर का इस्तेमाल किया है। उपकरण ने सौर पवन आयनों, मुख्य रूप से प्रोटॉन और अल्फा कणों को सफलतापूर्वक मापा है। नवंबर 2023 में दो दिनों में एक सेंसर से प्राप्त नमूना ऊर्जा हिस्टोग्राम प्रोटॉन (H+) और अल्फा कण (दोगुने आयनित हीलियम, He2+) की गिनती में भिन्नता को दर्शाता है। इन विविधताओं को नाममात्र एकीकरण समय के साथ दर्ज किया गया था, जो सौर पवन व्यवहार का एक व्यापक स्नैपशॉट प्रदान करता है।
इसरो ने अपने सूर्य मिशन आदित्य एल1 (ISRO Solar Mission Aditya L1) को 2 सितंबर को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से सफलतापूर्वक लॉन्च किया था। यह पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर स्थित लैग्रेंजियन बिंदु ‘एल1’ के आसपास एक प्रभामंडल से सूर्य का अध्ययन कर रही है।