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Karwa chauth 2023 करवा चौथ की पूजन का शुभ मुहूर्त कितने बजे का है?

करवा चौथ की पूजन का शुभ मुहूर्त कितने बजे का है?

Karwa Chauth 2023: सुहागिनों का सबसे खास पर्व करवा चौथ हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन मनाया जाता है. विवाहित महिलाओं को करवा चौथ व्रत का बेसब्री से इंतजार रहता है. करवा चौथ के दिन स्त्रियां पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए निर्जला व्रत रखती हैं.

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करवा चौथ का व्रत सुबह सूर्योदय से शुरू होता है और शाम को चांद निकलने तक रखा जाता है. चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद पति के हाथों पानी पीकर ही महिलाएं ये व्रत खोलती हैं. इस साल करवा चौथ व्रत की डेट को लेकर कंफ्यूजन है तो यहां जानें करवा चौथ की सही तारीख और चांद निकलने का सही समय.

करवा चौथ व्रत टाइमिंग 2023: द्रिक पंचांग के अनुसार, करवा चौथ व्रत 01 नवंबर को सुबह 06 बजकर 33 मिनट से शुरु होगा और रात 08 बजकर 15 मिनट तक रखा जाएगा। व्रत का कुल समय 13 घंटे 42 मिनट की है। ध्यान रहे कि करवा चौथ का व्रत चांद दर्शन के बाद ही तोड़ा जाता है। अलग-अलग शहरों में चंद्रदर्शन की टाइमिंग अलग-अलग हो सकती है।

करवा चौथ पर पूजा कैसे करनी चाहिए जानें

क्योंकि खड़े होकर पूजा करना शुभ नहीं माना जाता है साथ ही कोई लाभ भी नहीं मिलता। इसलिए घर पर पूजा-पाठ के दौरान खड़े होकर पूजा न करें। इस बात का भी ध्यान रखें कि जब भी आप पूजा-पाठ करें तो पहले फर्श पर आसन जरूर बिछाएं और इस पर बैठकर ही पूजा करें। इस बात का भी ध्यान रखें कि कभी भी बिना सिर ढके पूजा नहीं करनी चाहिए।

करवा चौथ की पूजन का शुभ मुहूर्त कितने बजे का है?

महिलाएं इस बात का खास ध्यान रखें कि पूजा को शुभ समय पर ही शुरू करें. करवा चौथ पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 44 मिनट से शाम 7 बजकर 2 मिनट तक है.

करवा में क्या डालते हैं जानिए

जानें करवा में क्या-क्या भरा जाता है: करवा चौथ व्रत में इस्तेमाल होने वाले करवे में कई जगहों पर महिलाएं गेहूं भरती हैं और उसके ढक्कन में शक्कर को भरती हैं। जबकि कुछ जगहों पर एक करवा में जल और दूसरे करवा में दूध भरा जाता है। इसके बाद इसमें तांबे या चांदी का सिक्का डालते हैं।

सब से पहले करवा चौथ का व्रत किसने रखा था

कहा जाता है मां करवा पहली स्त्री हैं जिन्होंने अपने सुहाग की रक्षा के लिए करवा चौथ व्रत की शुरुआत की थी। इसके बाद इस व्रत को भगवान श्रीकृष्ण के कहने पर द्रौपदी ने भी किया था

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