पाकिस्तानी चुनाव में पहली बार किसी हिंदू लड़की ने ताल ठोंका है। फरवरी 2024 में होने वाले चुनाव में पहली बार किसी हिंदू महिला ने नामांकन भरा है। पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पहली बार खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बुनेर जिले में एक हिंदू महिला ने चुनावों में सामान्य सीट से अपना दावा ठोंका है।
पाकिस्तान में 2024 में 16वीं नेशनल असेंबली के चुनाव होने जा रहे हैं। इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया जारी है। इस बीच पहली बार किसी हिंदू महिला ने चुनावी ताल ठोंक दी है।
पाकिस्तान में चुनाव लड़ने वाली पहली हिंदू महिला
8 फरवरी, 2024 पाकिस्तान में 16वीं नेशनल असेंबली के सदस्यों का चुनाव है। बुनेर जिले में पीके-25 की सामान्य सीट से हिंदू महिला सवेरा प्रकाश ने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। हिंदू समुदाय की सदस्य सवेरा प्रकाश ने पिता के नक्शेकदम पर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के टिकट पर चुनावी मैदान में उतर रही हैं। डॉन की रिपोर्ट में बताया गया कि स्थानीय राजनेता और कौमी वतन पार्टी मेंबर सलीम खान ने बताया कि प्रकाश बुनेर से सामान्य सीट पर आगामी चुनाव के लिए नामांकन जमा करने वाली पहली महिला हैं।
क्या है सवेरा प्रकाश के चुनाव लड़ने का मकसद
एबटाबाद इंटरनेशनल मेडिकल कॉलेज से 2022 में सवेरा प्रकाश ने ग्रेजुएशन पूरा किया। बुनेर में पीपीपी महिला विंग के महासचिव पद पर काम करती हैं। हिंदू समुदाय के कल्याण, विकास में महिलाओं की भागीदारी जैसे मुद्दे को लेकर सवेरा प्रकाश चुनावी मैदान में है। सवेरा प्रकाश ने कहा कि चुनाव लड़ने का सही मकसद है।
डॉक्टर पिता की बेटी हैं सवेरा प्रकाश
डॉन के साथ बातचीत में उन्होंने बताया कि पिता की तरह ही क्षेत्र के वंचितों के लिए काम करना उनका लक्ष्य है। 23 दिसंबर को नामांकन पत्र दाखिल करते हुए उन्होंने उम्मीद जताई कि पीपीपी का वरिष्ठ नेतृत्व उनकी उम्मीदवारी को सपोर्ट करेगा। उनके पिता ओम प्रकाश हाल ही में डॉक्टरी से रिटारय हुए हैं। करीब 35 साल से पीपीपी से जुड़े हैं।