इस्लाम में हराम शराब लेकिन मीडिल ईस्ट के इस्लामिक देश संयुक्त अरब अमीरात ने अपने देश में शराब बनाने के लिए एक कमर्शियल कंपनी को इजाजत दी है। इस महीने राजधानी अबू धाबी में शराब बनाने का काम शुरू किया जाएगा।मीडिल ईस्ट देशों में ऐसा पहली बार हो रहा है कि किसी कंपनी को देश के अंदर शराब बनाने की परमीशन दी गई है। UAE सभी इस्लामिक देशों में एक महत्वपूर्ण जगह रखती है इसलिए इस बात की चर्चा जोरों पर है क्योंकि इस्लाम में शराब हराम मानी जाती है। माना जा रहा है कि यह कदम पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए उठाया गया है ताकि पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके।
UAE ने एक रेस्तरां को खुद से तैयार की गई टैप बियर बेचने का लाइसेंस दिया है। यूएई की शराब दुकानों में बाहर के देशों से बीयर और स्प्रिट मंगाया जाता है। लेकिन अभी भी नए नियमों के तहत सभी पैकेज्ड उत्पादों का निर्माण विदेश में ही करना होगा।
साल 2021 में अबू धाबी में एक छोटा सा नोटिस जारी कर शराब बनाने को लेकर नियम में बदलाव किया गया था। बदलाव के तहत लाइसेंस धारकों को साइट पर खपत के लिए एल्कोहल को बनाने की अनुमति मिल गई। Craft by Side Hustle पहला ऐसा रेस्तरां बन गया है जो इस बदले हुए नियम के तहत बीयर बनाएगा।
शराब उत्पादन के लिए UAE का बड़ा कदम
UAE में दूसरे दोशों से शराब आयात कर कुछ प्रतिबंधों के साथ बेची जा रही थी। शराब उत्पादन का UAE का फैसला बेहद अहम माना जा रहा है। UAE की इकॉनॉमी और पर्यटन बढ़ रहा है जिससे वहां की जीवनशैली में भी बदलाव की जरूरत महसूस हो रही है। देश अब रूढ़िवादी इस्लाम को छोड़कर उदारता की तरफ बढ़ रहा है।
इस्लामिक देशों में दुबई देता है सबसे ज्यादा छूट
इस्लामिक देशों में दुबई में सबसे ज्यादा शराब परोसी जाती है। इसी साल जनवरी के महिनें में दुबई सरकार ने शराब पर लगने वाले 30 प्रतिशत अल्कोहल सेल्स टेक्स को खत्म कर दिया था। दुबई में पहले रमजान में दिन में शराब की बिक्री की अनुमति दी फिर महामारी के दौरान होम डिलीवरी के लिए परमिशन दी।