- विज्ञापन -
Home Uncategorized बिहार के बाद आंध्र प्रदेश में रेल हादसा, 13 की मौत

बिहार के बाद आंध्र प्रदेश में रेल हादसा, 13 की मौत

हाल के दिनों में रेल हादसों ने देश को सकते में डाल दिया है. हाल ही में बिहार के बक्सर में रेल हादसा हुआ था और अब आंध्र में रेल बेकाबू हो गई. जिसमें 13 लोगों की मौत की खबर है जो बढ़ भी सकती है. इसमें 54 से ज्यादा लोग इस हादसे में घायल हुए हैं. रेलवे ने इस हादसे का कारण बताया है. दरअसल, विजयनगरम जिले में हावड़ा-चेन्नई लाइन पर एक ट्रेन के सिग्नल को पार कर दूसरी ट्रेन से टकरा जाने के बाद कई डिब्बे डीरेल हो गए. हादसा शाम करीब 7 बजे हुआ, जहां 08532 विशाखापत्तनम-पलासा पैसेंजर ट्रेन और 08504 विशाखापत्तनम-रायगड़ा पैसेंजर स्पेशल के बीच भिडंत हो गई.

- विज्ञापन -

पूर्वी तटीय रेलवे ने कहा कि आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में दो ट्रेन की टक्कर संभवत: मानवीय भूल के कारण हुई होगी. मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विश्वजीत साहू ने कहा, ”विशाखापत्तनम-रायगढ़ा पैसेंजर स्पेशल ट्रेन द्वारा सिग्नल की ‘ओवरशूटिंग’ की गई. जिस कारण दोनों ट्रेनें आपस में टकरा गईं.

आंध्र प्रदेश के सीएम ने क्या कहा?

इस मामले पर CM वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने तत्काल राहत उपाय करने और विशाखापत्तनम और विजयनगरम के निकटतम जिलों से यथासंभव एंबुलेंस भेजने के आदेश जारी किए हैं. इसके अलावा घायलों को अच्छे इलाज मुहैया कराने के लिए आसपास के सभी अस्पतालों में हर तरह की व्यवस्था करने के आदेश दिए गए हैं. साथ ही CM वाईएस जगह मोहन रेड्डी ने रेलवे अधिकारियों को स्वास्थ्य, पुलिस और राजस्व सहित अन्य सरकारी विभागों के साथ समन्वय करके त्वरित राहत उपाय करने की बात कही है.

प्रभावितों के लिए मुआवजे का ऐलान

इस हादसे में जान गंवाने वाले आंध्र प्रदेश के मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये और अन्य राज्यों के मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. वहीं मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता प्रदान करने का आदेश दिया है.

हाल में हुए कई रेल हादसे

इससे पहले 11 अक्टूबर को बिहार के बक्सर जिले में भी भीषण रेल हादसा हो गया था. दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन से गुवाहाटी के कामाख्या स्टेशन जाने वाली नॉर्थ-ईस्ट एक्सप्रेस 11 अक्टूबर की रात 9.35 बजे बक्सर जिले के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास डीरेल हो गई. इस हादसे में ट्रेन के 6 डिब्बे पटरी से उतर गए और 4 लोगों की मौत हो गई थी.

ओडिशा के बालासोर में 2 जून को हुए भीषण ट्रेन हादसे में 292 लोगों की मौत हो गई थी.  कोलकाता से चली कोरोमंडल एक्सप्रेस (Coromandel Express) ओडिशा से गुजर रही थी. पूरी रफ्तार से दौड़ रही इस ट्रेन ने बालासोर जिले के बहानगा बाजार स्टेशन के लूप लाइन में खड़ी एक माल गाड़ी को टक्कर मार दी थी. इससे दोनों ट्रेनों के डिब्बे स्टेशन की सभी पटरियों पर छितरा गए थे. इसके बाद बेंगलुरू से कोलकाता जा रही एक ट्रेन आकर इन्हीं डिब्बों से भिड़ गई. इस ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना की वजह भी सिग्नल की ओवरशूटिंग थी.

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने जताया दुख

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस हादसे पर दुख जताया. कहा, “जून 2023 में दुखद बालासोर ट्रेन दुर्घटना के कुछ ही महीनों बाद, आंध्र प्रदेश के विजयनगरम में ट्रेन टक्कर से बहुत व्यथित हूं. मेरी संवेदनाएं पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं और मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. बड़ी संख्या में भारतीय अपने आवागमन के लिए रेलवे पर निर्भर हैं, ऐसे में तेजी से ऐसी घटनाओं का दिखना चिंताजनक है. केंद्र सरकार और रेलवे के लिए यह जरूरी है कि वे ट्रेन सुरक्षा उपायों का तत्काल पुनर्मूल्यांकन करें और उन्हें बढ़ाएं, ताकि यात्रियों का विश्वास और सुरक्षा बरकरार रहे.

ओवरशूटिंग क्या है?

ओवरशूटिंग शब्द की व्याख्या करते हुए मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि यह तब होता है जब कोई ट्रेन लाल सिग्नल पर रुकने के बजाय आगे बढ़ जाती है. एक अन्य रेलवे अधिकारी के मुताबिक, दुर्घटना के कारण विशाखापत्तनम-पलासा पैसेंजर ट्रेन (ट्रेन संख्या 08532) के पीछे के दो डिब्बे और विशाखापत्तनम-रायगढ़ा पैसेंजर (ट्रेन संख्या 08504) का लोको डिब्बा पटरी से उतर गया.

- विज्ञापन -
Exit mobile version