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Bahraich Case : प्रशासन की मीडिया पर ब्रेक, कवरेज का दायरा फिक्स

परिजनों की नाराजगी : CM के निर्देशों पर क्या अमल में नहीं कर रहा बहराइच प्रशासन ?  

राहुल शर्मा

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Bahraich(यूपी)। बहराइच में बिगड़े हालातों को लेकर जहां सीएम योगी सख्त हैं, वहीं प्रशासन हालातों को काबू कर पाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है। सीएम के सख्त निर्देशों के बावजूद जहां प्रशासन परिजनों को संतुष्ट करने में नाकाम साबित हो रहा है, वहीं अब मीडिया कवरेज पर भी ब्रेक लगा दिया है। पुलिस के रवैये और प्रशासन की अब तक की कार्रवाई से असंतुष्ट पीड़ित परिवार और इलाके के लोग जहां तक के शव को सड़क पर रखकर बैठे हैं, वहीं अपनी नाकामी को छिपाने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अमले ने मीडिया की कवरेज पर भी बेन लगा दिया है। मीडिया वालों को सिर्फ एक निश्चित एरिया में ही कवरेज करने दी जा रही है। उधर, शव को सड़क पर लेकर बैठे परिवार वालों का सीधा कहना है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। दोषियों के घर पर बुलडोजर चले।

विरोध से जाम, यातायात भी प्रभावित

 

इस घटना में पुलिस प्रशासन की कार्रवाई से गुस्साई भीड़ ने जहां हाइवे पर जाम लगाकर यातायात पूरी तरह से ठप कर दिया है वहीं वाहनों की लंबी कतारें लग गईं हैं। लोगों को भारी परेशानी हो रही है।

CM की सख्ती भी क्या नाकाफी ?

गौरतलब है कि बहराइच की इस घटना पर Chief Minister Yogi Adityanath रविवार रात से ही खुद नजर बनाए हुए हैं और स्थिति की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने रात ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। डीजीपी कार्यालय भी घटना पर पैनी नजर बनाए हुए है और माहौल को बिगाड़ने वाले लोगों पर सख्त एक्शन की बात भी कही गई है। जिले के अफसरों को सीदे निर्देश हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और कानून व्यवस्था बनाए रखी जाए। बावजूद इसके परिजन नाखुश हैं।

क्या घटना के पीछे साजिश भी ?

हालाकि सीएम योगी के निर्देशों के बावजूद पुलिस और प्रशासनिक कोशिशें नाकाम साबित हो रही हैं, वहीं एक बड़ा सवाल ये भी कि क्या किसी साजिश के तहत मामले को तूल देने की कोशिश चल रही है। सवाल उठता है कि यदि ये साजिश है तो क्या  प्रशासनिक इंटेलिजेंस का बड़ा पेलियर रहा है ? इसके दोषी अफसर कौन हैं

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