भारतीय ओलंपिक संघ ने आज बड़ा फैसला लिया है। ओलंपिक संघ आज ने तीन सदस्य एडहॉक कमेटी का गठन किया है। भूपिंदर सिंह बाजवा को इस कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है। इसके अलावा एमएम सौम्या और मंजुशा कुंवर भी इस कमेटी का हिस्सा होंगे। हाल ही में खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ को सस्पेंड कर दिया था।
कुश्ती के लिए बनी अस्थाई कमेटी
बता दें कि ये फैसला ओलंपिक संघ ने डब्ल्यूएफआई को निलंबित करने के तीन दिन बाद लिया है। निलंबन के बाद खेल मंत्रालय ने कहा था कि नवनिर्वाचित संस्था ने प्रक्रिया का पालन नहीं किया और पहलवानों को तैयारी के लिए पर्याप्त समय दिए बिना अंडर-15 और अंडर-20 राष्ट्रीय चैंपियनशिप के आयोजन की जल्दबाजी में घोषणा कर दी।
कुश्ती महासंघ पर मचा था बवाल
हाल ही डब्ल्यूएफआई का अध्यक्ष बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह को चुना गया था। इसके बाद बृजभूषण सिंह के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर प्रदर्शन करने वालों में मुख्य चेहरा रहे और दिग्गज पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने विरोध किया था।
इस फैसले के खिलाफ साक्षी मलिक रोने लगी थी और कुश्ती से सन्यास लेने का निर्णय लिया था। इसके अलावा बजरंग पूनिया तो अपना खेल रत्न लौटाने पीएम आवास तक चले गए थे और विनेश फोगाट ने खुद को मिले अर्जुन अवार्ड लौटाने का ऐलान किया था। अब एडहॉक कमेटी के गठन से ये माना जा रहा है कि निलंबन की लड़ाई लंबी चलने वाली है।