Kanpur : तकनीकि कितनी भी आधुनिक हो जाए, लेकिन उसमें कुछ कमियां बनी ही रहती हैं। इन कमियों को दूर करने के लिए समय-समय पर उस तकनीकि को अपडेट करने की जरूरत होती है। ऐसे ही गर्मी हो या फिर सर्दी, बिजली फॉल्ट को लेकर हमेशा लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अब इस समस्या से निपटने और लोगों को इससे निजात दिलाने के लिए पावर ग्रिड नाम की एक संस्था ने आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur Inspection Robot) के साथ मिलकर एक अनोखा रोबोट तैयार किया है।
यह रोबोट कुछ ही समय में यह बता देगा कि फाल्ट कहां है। इसके अलावा रोबोट सब स्टेशनों पर इंस्पेक्शन का काम भी करेगा। आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur Robot) के वरिष्ठ प्रोफेसर बिशाख भट्टाचार्य ने बताया कि रोबोट पूरी तरीके से बन कर तैयार हो गया है। पनकी स्थित एक सब स्टेशन पर इसका परीक्षण भी किया जा रहा है।
फुल ऑटोमेटिक करने पर चल रहा काम
आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ प्रोफेसर बिशाख भट्टाचार्य ने बताया कि सब स्टेशन में फाल्ट ढूंढने में काफी समय लगता है। ऐसे में अब इंस्पेक्शन रोबोट कुछ ही समय में फाल्ट को ढूंढ निकालेगा। इससे जल्द से जल्द बिजली कर्मचारियों के द्वारा उसे ठीक किया जा सकेगा।
इंस्पेक्शन रोबोट की मदद से काफी सहूलियत मिलेगी। इस रोबोट को देश के सब स्टेशन में प्रयोग किया जा सकता है। अभी यह रोबोट सेमी ऑटोनॉमस रूप से काम कर रहा है। यह एक मोबाइल रोबोट है जो पावर सब स्टेशन के अंदर आराम से चल सकता है। इसको फुल ऑटोमेटिक करने पर अभी काम किया जा रहा है।
कैमरा और माइक्रोफोन से लैस है रोबोट
वरिष्ठ प्रोफेसर बिशाख भट्टाचार्य ने बताया कि सब स्टेशन के अंदर मैग्नेटिक पावर काफी ज्यादा हाई होता है जो इंसानों के लिए कहीं न कहीं काफी ज्यादा हानिकारक होता है। इस रोबोट की मदद से इंसानों को काफी हद तक मदद मिल सकेगी।
यह रोबोट कई तरह के आधुनिक कैमरों से पूरी तरह से लैस है। जो सबस्टेशन की कमियों को आसानी से देख सकता है। इसमें एक माइक्रोफोन भी लगा हुआ है। सबस्टेशन के अंदर जैसे-जैसे यह रोबोट मूवमेंट करेगा। वह कंप्यूटर स्क्रीन पर साफ-तौर पर दिखाई देगा कि किस तरीके का फॉल्ट है। कहीं कोई बड़ा हॉट स्पॉट तो नहीं जिसकी वजह से आग लग जाए। साथ ही ट्रांसफार्मर सही से काम कर रहा है या नहीं।
डेढ़ साल में तैयार हुआ रोबोट
इंस्पेक्शन रोबोट को बनाने में करीब डेढ़ साल का समय लगा है। अब यह अपनी आखिरी स्टेज पर है। यह रोबोट काफी महंगा है और इसको तैयार करने में करीब एक करोड़ रुपये का खर्चा आया है। यह देश का पहला इंस्पेक्शन रोबोट है। वरिष्ठ प्रोफेसर बिशाख भट्टाचार्य के अनुसार एक रोबोट करीब 2 घंटे में एक सब स्टेशन को बड़ी आसानी से कवर कर सकता है।
इस रोबोट की जो स्पीड है, वह 1 घंटे में 5 से 10 किलोमीटर प्रति घंटे की है। इस हिसाब से यह काफी सब स्टेशनों को आसानी से कवर कर सकता है। इंस्पेक्शन रोबोट कई अन्य फील्ड में भी काफी ज्यादा कारगर साबित होगा। यह रोबोट जहां पर इंसान नहीं जा सकते वहां पर आसानी से जा सकता है और डाटा कलेक्ट कर उन चीजों का बड़े ही आसानी से पता लगा सकता है।