Kerala News : ऑफिस में प्रार्थना करने पर केरल सरकार (Kerala Government) के एक अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है। अधिकारी का कहना है कि घटना के संबंध में उसका पक्ष सुने बिना उसे निलंबित कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक त्रिशूर जिला बाल संरक्षण (Thrissur District Child Protection) अधिकारी केए बिंदू ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि वह 18 नवंबर को छुट्टी पर थीं और आज यानी 20 नवंबर को जब कार्यालय आईं, तो उन्हें निलबंन का आदेश मिला, जिसमें उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया गया है।
बिना अधिकारी का पक्ष सुने हुई कार्रवाई
निलंबित अधिकारी ने कहा कि उनके खिलाफ हुई ये कार्रवाई उनकी बात सुने बिना और घटना के संबंध में उनके द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण का जवाब दिए बिना की गई थी। उन्होंने यह भी कहा कि शिकायतकर्ता और अन्य स्टाफ की बात मानकर और घटना के संबंध में उनका पक्ष सुने बिना ही उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है।
पूर्व कर्मचारी ने की थी शिकायत
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अधिकारी को काम से संबंधित कुछ तनाव था जिसके बाद किसी ने उन्हें ऑफिस में प्रार्थना कराने की सलाह दी थी, जिसके बाद अधिकार ने प्रार्थना की अनुमति दे दी।
जानकारी के मुताबिक पूजा ऑफिस टाइम के बाद शाम करीब साढ़े पांच बजे की गई। इससे विभाग के कामकाज में किसी भी तरह की बाधा उत्पन्न नहीं हुई थी। कार्यालय सूत्रों ने यह भी बताया कि अधिकारी के खिलाफ ये शिकायत कार्यालय के एक पूर्व कर्मचारी द्वारा की गई थी, जिसने बीते 7 नवंबर को सेवा छोड़ी थी।
बता दें कि 11 नवंबर को जिला कलेक्टर कृष्ण तेजा ने उप-कलेक्टर को घटना की जांच का आदेश दिया था और रिपोर्ट मांगी थी। मामले की जांच के बाद अधिकारी को निलंबन का आदेश दिया गया।
ईसाई पोशाक में हुई थी प्रार्थना
वहीं कुछ समाचार चैनलों के मुताबिक उसी कार्यालय के एक कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी ने घटना के दिन एक फॉर्मल ईसाई पोशाक पहनी थी और कथित तौर पर कार्यालय के प्रमुख के निर्देश पर प्रार्थना की थी। जब कलेक्टर को समाचार चैनलों के जरिए घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत जांच के आदेश दे दिए थे, जिसके बाद तत्काल प्रभाव से अधिकारी को निलंबित कर दिया गया।