Kanpur : कानपुर के एसएनके पान मसाला ग्रुप पर छापेमारी करने वाली सीजीएसटी टीम कंपनी के स्टॉक के ब्योरों में उलझ गई है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार स्टॉक और आंकड़ों के बिखराव के कारण मिलान कठिन हो रहा है। अभी स्टॉक का आकलन करने के लिए दो दिन से 70 टीमें जुटी हुई हैं। अनुमान है कि करोड़ों रुपये की कार अपवंचना का खुलासा हो सकता है।
सात टीमों ने एक साथ की थी छापेमारी
सीजीएसटी की डीजीजीआई विंग की सात टीमों ने शुक्रवार सुबह करीब सात बजे एसएनके पान मसाला के शहर में अलग-अलग 11 प्रतिष्ठानों पर छापा मारा था। इसमें दिल्ली, लखनऊ से आए 70 से अधिक अफसर शामिल थे। सूत्रों के अनुसार रविवार भोर तक कार्रवाई जारी रही। पनकी स्थित कारोबारी की दो फैक्ट्री, स्वरूप नगर में आवास के अलावा कारोबारी के भाई की पनकी में पान मसाला का रैपर तैयार करने वाली दो फैक्ट्री पर भी कार्रवाई की गई थी।
माल लाने और ले जाने वाले ट्रांसपोर्टर सहित सुपारी की सप्लाई करने वालों की भी जांच
इसके अलावा नजदीकी रिश्तेदार व कारोबार में सहयोगी के पांडु नगर स्थित आवास पर भी छापा मारा गया था। माल भेजने और लाने में सहयोग करने वाले ट्रांसपोर्टर के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित गोदाम और सुपारी की सप्लाई करने वाले व्यापारी के किदवई नगर स्थित आवास समेत दो ठिकानों पर रविवार सुबह तक जांच होती रही। बताया जा रहा है कि छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये की कर अपवंचना सामने आ चुकी है। हांलाकि अधिकारियों की ओर से कोई बयान जारी नहीं किया गया है। सूत्रों के अनुसार छापेमारी में मुखौटा कंपनियां बनाकर खरीद-फरोख्त के साक्ष्य भी टीम को मिले हैं।
नोएडा में एसएनके डिस्ट्रीब्यूटर के पास मिली 80 लाख की नकदी
एसएनके पान मसाला बनाने वाली ग्रीन्सवर्थ के नोएडा डिस्ट्रीब्यूटर के पास भारी पैमाने पर कैश मिला है। डीजीजीआई ने कैश मिलने के बाद आयकर को सूचना दी। आयकर अधिकारियों ने कैश बरामद करने के बाद सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। वहीं, डीजीजीआई ने अब ग्रीन्सवर्थ इंटरप्राइजेस के खिलाफ विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। डीजीजीआई सूत्रों के अनुसार ग्रेटर नोएडा की ऐस सिटी में वितरक के ठिकाने पर छापेमारी के दौरान 80 लाख रुपये कैश बरामद किया गया। शक था कि इससे ज्यादा कैश भी हो सकता है। आयकर विभाग की टीम को बुलाकर कैश हस्तांतरित किया गया।
जांच में जुटी, सकते हैं और छापे
ग्रेटर नोएडा में कैश मिलने के बाद आयकर विभाग ने भी डेटा खनन शरू कर दिया है। निदेशकों के कुछ करीबी आयकर के रडार पर आ चुके हैं। सूत्रों के अनुसार लखनऊ कानपुर के अलावा दिल्ली एनसीआर और उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर आयकर अपने स्तर से छापेमारी कर सकता है।