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Friday, September 27, 2024
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करतूत मिलावटखोरों की, मिष्ठान नहीं खाएंगे भगवान

गाजियाबाद में दूधेश्वरनाथ, हनुमान मंदिर में मिठाई बैन

गाजियाबाद(यूपी)। कहावत है कि करे कोई और भरे कोई। ये कहावत वेस्टर्न यूपी के प्राचीन और प्रसिद्ध दूधेश्वरनाथ मंदिर और चौपला मंदिर के प्राचीन हनुमान मंदिर में भी चरितार्थ होने जा रही है। दरअसल, मिलावटखोरी के धंधेबाज कुछ मिठाई विक्रेताओं की हरकत की वजह से ऐसा करना पड़ा है। सिद्धपीठ दूधेश्वर नाथ मंदिर और उसी से जुड़े चौपला मंदिर के प्राचीन हनुमान मंदिर में मिठाईयों के भोग पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। मंदिर समिति और मंदिर के महंत नारायण गिरि महाराज की सहमति से तय किया गया है कि किसी भी तरह की मिठाई का भोग इन दोनों धार्मिक स्थलों पर नहीं लगाया जाएगा।

मिलावटी प्रसाद भंग करता है पवित्रता-महंत

श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर के पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि मिठाईयों में बेइंतेहां मिलावट हो रही है। उनकी जांच भी ठीक से नहीं हो रही। ऐसे में मिठाई का भोग भगवान को लगाना हिंदू सनातन धर्म, शास्त्रों के विरूद्ध है। उन्होंने कहा कि मिलावटी मिठाईयों का भोग लगाना मंदिर की पवित्रता को भंग करना है। तिरूपति बालाजी के मंदिर में लडडू के प्रसाद में चर्बी मिलाए जाने का मामला सामने आने पर मिठाई का भोग ना लगाए जाने का निर्णय लिया गया है ताकि मंदिरों की पवित्रता व मान्यता को बरकरार रखा जा सके।

अब इनका भोग लगाएं  

सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर व प्राचीन हनुमान मंदिर चौपला बाजार में अब केवल फल व श्रीफल यानि नारियल का प्रसाद ही चढाया जा सकेगा।

गाड़ी पूजन में प्रसाद

मंदिर में गाडी पूजन के लिए आने वाले भक्त भी प्रसाद के लिए धागे वाली मिश्री, साबुत धनिया व गुड लेकर ही आएंगे। केवल इन्हीं से पूजन किया जाएगा।

हनुमान मंदिर में ये ले जाएं

मंगलवार से प्राचीन हनुमान मंदिर चौपला में भी बाजार का लडडू, बूंदी या किसी अन्य मिठाई का भोग नहीं लगेगा। गुड-चना, धागे वाली मिश्री या फल का प्रसाद ही हनुमान जी को चढ़ाया जा सकेगा।

मंदिर समिति ऐसे करती है अर्चन

महंत नारायण गिरि ने बताया कि मंदिर में गौशाला है। गौशाला की देसी गायों के दूध से बने शुद्ध पदार्थो का भोग प्रातः, दोपहर, सांय व रात्रि में लगाया जाता है। उनके अलावा किसी भी दुकान की मिठाई का भोग अब नहीं लगाया जा सकेगा।

यदि घर से बनाकर लाएं तो…

महाराजश्री ने बताया कि यदि कोई भक्त घर से शुद्ध देसी घी में लडडू बनाकर लाता है तो उसका भोग लगाया जा सकेगा। सोमवार से फल व नारियल का भोग ही भक्त लगा सकेंगे।

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