Lucknow News: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सोमवार को आरोप लगाया कि उन्हें ईदगाह जाने से रोका गया। उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा। अखिलेश ने कहा कि वह हर साल ईदगाह जाते रहे हैं, लेकिन इस बार उनके काफिले को रोक दिया गया और भारी बैरिकेडिंग की गई। उन्होंने सवाल उठाया, “क्या इमरजेंसी लागू कर दी गई है? क्या सरकार यह दबाव बना रही है कि लोग दूसरे धर्मों के आयोजनों में न जाएं?”
- विज्ञापन -VIDEO | UP: Addressing a press conference in Lucknow, Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) says, “Why there is so much bariccadding on the occasion of Eid. Police stopped me, and when I asked them why they were stopping me then they did not have any answer.… pic.twitter.com/VQPXtMH3EH
— Press Trust of India (@PTI_News) March 31, 2025
अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा
Lucknow ईदगाह के बाहर पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें करीब आधे घंटे तक रोका गया। उन्होंने इसे लोकतंत्र पर हमला बताते हुए कहा, “यह पहली बार हुआ है कि मुझे ईदगाह जाने से रोका गया। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। सरकार इस देश को संविधान से नहीं, बल्कि अपनी मर्जी से चला रही है।”
अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार देश में डर का माहौल बना रही है और जानबूझकर ऐसा कर रही है ताकि लोग एक-दूसरे के धार्मिक आयोजनों में शामिल न हों। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है और इससे देश की एकता प्रभावित होगी।
Lucknow पुलिस ने दी सफाई
इस पूरे विवाद पर Lucknow के डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने सफाई देते हुए कहा कि सुरक्षा कारणों से ईद के मौके पर व्यापक इंतजाम किए गए थे। उन्होंने कहा, “हमारी टीम CCTV और ड्रोन के जरिए हर गतिविधि पर नजर रख रही थी। हो सकता है कि भीड़ अधिक होने के कारण कुछ देर के लिए यातायात प्रभावित हुआ हो, लेकिन किसी को जानबूझकर नहीं रोका गया।”
पुलिस के अनुसार, AI तकनीक से लैस ड्रोन और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के जरिए सुरक्षा सुनिश्चित की गई थी।
मुरादाबाद में भी गरमा गया माहौल
ईद के मौके पर मुरादाबाद में भी पुलिस और नमाजियों के बीच बहस हो गई। हालांकि, वहां के एसएसपी ने कहा कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
इस घटनाक्रम के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति गर्म हो गई है। विपक्ष ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है, जबकि भाजपा की ओर से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।