क्या है पूरा मामला?
रामजीत के परिजनों के मुताबिक, 5 अक्टूबर की सुबह पुलिसकर्मी पहले मोटरसाइकिल से आए और फिर चार पहिया वाहन से आए। एक सफेद इनोवा कार भी थी जिस पर डंडे का निशान बना हुआ था। परिजनों ने बताया कि पुलिस ने पहले पूछा कि क्या यह रामजीत का घर है। इसके बाद वे रामजीत को कार में बैठाकर ले गए।
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पुलिस ने चोरी हुई रकम की बरामद
मामले को लेकर रामजीत के परिजनों ने बताया कि पुलिस दोबारा रामजीत को लेकर आई और पूरे घर की तलाशी ली। मामला हाई प्रोफाइल होने के कारण पुलिस गोपनीयता बरतते हुए मामले की जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने चोरी की गई रकम भी बरामद कर ली है। बताया जा रहा है कि रामजीत काफी समय से ओमप्रकाश राजभर के संपर्क में था। पहले वह उनकी गाड़ी चलाता था और अब उनके बेटे की गाड़ी चलाता है।
रामजीत, राजभर के बेटे का चलाता था गाड़ी
रामजीत की पत्नी गीता ने बताया कि रामजीत ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर की गाड़ी भी चलाता था। दिवाली से पहले धनतेरस के दिन वह घर आया था। पुलिस उसे आज सुबह गिरफ्तार कर ले गई है। पुलिस के साथ मंत्री ओमप्रकाश राजभर की गाड़ी भी आई थी। गीता ने बताया कि पुलिस एक बड़े पॉलीथिन बैग में पैसे भरकर ले गई है। रामजीत राजभर की पत्नी का आरोप है कि पुलिस ने घर में रखा सारा गेहूं-चावल बिखेर दिया, बक्से में रखा सामान फेंक दिया। पुलिस ने उन्हें धमकाया भी है। टांडा कोतवाल दीपक सिंह रघुवंशी ने बताया कि रामजीत राजभर को पूछताछ के लिए लाया गया है। मामले की अभी जांच की जा रही है।