रायबरेली: में अमेठी हत्याकांड से जुड़ी एक घटना में मृतका पूनम भारती के भाई भानू ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाए हैं। भानू का कहना है कि उसकी बहन पूनम का चन्दन नाम के व्यक्ति के साथ कोई प्रेम संबंध नहीं था। उसने बताया कि चन्दन ने पूनम की तस्वीरें बिना उसकी मर्जी के खींची और इन तस्वीरों के आधार पर गलतफहमियां पैदा कीं। भानू के मुताबिक, चन्दन उनके पड़ोसी थे और जान-पहचान इसी आधार पर हुई थी, लेकिन बाद में चन्दन ने पूनम को परेशान करना शुरू कर दिया। भानू का दावा है कि चन्दन ने जबरदस्ती पूनम का मोबाइल छीनकर उसका फोन नंबर लिया और फिर उसे लगातार कॉल करने लगा। इसके अलावा, उसने पूरे परिवार को परेशान करना शुरू कर दिया।
भानू का आरोप है कि अगर पुलिस समय पर उचित कार्रवाई करती तो उनकी बहन और अन्य लोगों की जान बचाई जा सकती थी। भानू ने यह भी बताया कि उसने पुलिस में कई बार शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। वह कई बार गदागंज, इंदिरा नगर चौकी और अमेठी के शिवरतनगंज थाने से लेकर रायबरेली नगर कोतवाली तक चक्कर लगाता रहा, लेकिन उसकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया। जब भानू ने नगर कोतवाली के थानेदार को यह बताया कि उनके जीजा भी पुलिस में काम कर चुके हैं, तब जाकर उनकी शिकायत दर्ज की गई।
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भानू का आरोप है कि चन्दन के खिलाफ जान से मारने की धमकी का मामला दर्ज होने के बावजूद पुलिस ने हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया और सिर्फ 151 की कार्रवाई करके चन्दन को छोड़ दिया। भानू का कहना है कि अगर पुलिस पहले सही समय पर और सही तरीके से कार्रवाई करती, तो इस घटना को टाला जा सकता था और कई जिंदगियां बच सकती थीं।
पीड़ित परिवार का यह भी कहना है कि वायरल हुई फोटो नकली है और पुलिस ने फोटो की जांच नहीं कराई। परिवार ने बताया कि इस मामले को लेकर उनकी शिकायतों को लगातार नजरअंदाज किया गया और इसके कारण ही यह दुखद घटना घटी।