रायबरेली/अमेठी, 6 अक्टूबर 2024: अमेठी में हुए दिल दहला देने वाले हत्याकांड की जांच के लिए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की टीम आज रायबरेली और अमेठी का दौरा करेगी। इस दौरे का मकसद घटना की जमीनी हकीकत का जायजा लेना और मृतक परिवार के सदस्यों से बातचीत करना है। टीम सुबह 11 बजे मृतक शिक्षक सुनील के गाँव सुदामापुर पहुंचेगी, जहां परिजनों से मुलाकात कर पूरी घटना की जानकारी ली जाएगी। इसके बाद आयोग की टीम Amethi जाकर घटना स्थल का मुआयना करेगी।
घटना के आरोपी चंदन वर्मा को रायबरेली की जिला जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। चंदन वर्मा पर 3 अक्टूबर को एक दलित परिवार के चार सदस्यों की गोली मारकर हत्या करने का आरोप है। मृतकों में शिक्षक सुनील (35), उनकी पत्नी पूनम (32) और उनकी दो बेटियां शामिल थीं। इस हत्याकांड से इलाके में तनाव और आक्रोश का माहौल है।
क्यों शिफ्ट किया गया आरोपी?
चंदन वर्मा को गिरफ्तारी के बाद Amethi पुलिस के साथ मुठभेड़ में घायल होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मुठभेड़ के दौरान उसने पुलिसकर्मी से पिस्तौल छीनकर गोली चलाने की कोशिश की, जिसके जवाब में पुलिस ने उसे गोली मारी जो उसके दाहिने पैर में लगी। इलाज के बाद उसे शनिवार को रायबरेली की जेल में शिफ्ट किया गया।
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हत्या का कारण और कबूलनामा
प्रारंभिक जांच में पता चला कि वर्मा का मृतक पूनम के साथ पिछले 18 महीनों से कथित रूप से प्रेम संबंध था, जिसमें खटास आने पर वह तनाव में आ गया। आरोपी ने पुलिस के सामने कबूल किया कि वह 3 अक्टूबर को पीड़ितों के घर पहुंचा और किसी विवाद के चलते गुस्से में आकर परिवार के सभी सदस्यों की गोली मारकर हत्या कर दी। Amethi पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि पूनम ने वर्मा के खिलाफ छेड़छाड़ और अनुसूचित जाति अत्याचार अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज करवाई थी, जिसमें उसने अपने परिवार की सुरक्षा के लिए भी चिंता जाहिर की थी।
घटना के बाद पूरे इलाके में भय का माहौल है, और स्थानीय लोग न्याय की मांग कर रहे हैं। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की इस मामले में हस्तक्षेप से उम्मीद की जा रही है कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।