Ram Temple Bomb Threat: उत्तर प्रदेश के पवित्र नगरी अयोध्या में स्थित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर Ram Temple को बम से उड़ाने की धमकी भरा ई-मेल मिलने से प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है। यह धमकी सोमवार देर रात श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की आधिकारिक ई-मेल आईडी पर प्राप्त हुई। धमकी भरे संदेश में स्पष्ट रूप से लिखा था, “बढ़ा लो मंदिर की सुरक्षा, वरना परिणाम भुगतने पड़ेंगे।” इस घटना के बाद अयोध्या पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए साइबर थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है।
प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह धमकी भरा ई-मेल तमिलनाडु से भेजा गया प्रतीत होता है। अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) राजेश द्विवेदी ने बताया कि साइबर सेल की विशेष टीम इस मामले की गहन जांच में जुट गई है। ई-मेल के आईपी एड्रेस और अन्य डिजिटल साक्ष्यों को खंगाला जा रहा है ताकि आरोपी की पहचान की जा सके। इसके साथ ही, मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है।
अन्य जिलों में भी मिली धमकी
यह धमकी केवल अयोध्या तक सीमित नहीं रही। बाराबंकी, चंदौली, और कुछ अन्य जिलों के जिलाधिकारियों (DM) को भी इसी तरह के धमकी भरे ई-मेल प्राप्त हुए हैं। इन ई-मेल्स में सरकारी कार्यालयों और महत्वपूर्ण स्थानों को बम से उड़ाने की बात कही गई है। बाराबंकी के जिलाधिकारी ने पुष्टि की कि उनके कार्यालय को प्राप्त ई-मेल में स्पष्ट रूप से विस्फोट की धमकी दी गई थी। चंदौली पुलिस ने भी इस मामले में जांच शुरू कर दी है और केंद्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित किया जा रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था में व्यापक इजाफा
धमकी के बाद अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व स्तर पर मजबूत किया गया है। Ram Temple परिसर में पहले से ही केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल (UPSSF) की टीमें तैनात हैं। अब स्थानीय पुलिस ने अतिरिक्त जवानों को तैनात किया है, और मंदिर के चारों ओर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी बढ़ा दी गई है। मंदिर परिसर में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की गहन जांच की जा रही है। साथ ही, खुफिया एजेंसियां संभावित खतरे को टटोलने के लिए सक्रिय हो गई हैं।
पहले भी मिल चुकी हैं धमकियां
यह पहला मौका नहीं है जब Ram Temple को धमकी मिली हो। सितंबर 2024 में भी एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया के जरिए मंदिर को उड़ाने की धमकी दी थी, जिसके बाद बिहार के भागलपुर से एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा, जनवरी 2024 में प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले भी कई धमकी भरे कॉल और संदेश प्राप्त हुए थे। इन घटनाओं ने प्रशासन को और अधिक सतर्क कर दिया है।
साइबर सेल की भूमिका
साइबर सेल की टीमें न केवल ई-मेल के स्रोत का पता लगा रही हैं, बल्कि यह भी जांच कर रही हैं कि क्या यह किसी संगठित साजिश का हिस्सा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की धमकियां अक्सर अफवाह फैलाने या सामाजिक अशांति पैदा करने के इरादे से दी जाती हैं। फिर भी, पुलिस किसी भी संभावना को नजरअंदाज नहीं कर रही है।
स्थानीय लोगों में चिंता
इस Ram Temple घटना ने अयोध्या के स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं में चिंता पैदा कर दी है। एक स्थानीय व्यापारी राम प्रसाद ने कहा, “राम मंदिर हमारी आस्था का केंद्र है। ऐसी धमकियां सुनकर मन व्यथित हो जाता है, लेकिन हमें पुलिस और प्रशासन पर पूरा भरोसा है।” वहीं, मंदिर में दर्शन के लिए आए एक श्रद्धालु ने सुरक्षा व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि कड़े इंतजामों के चलते वे सुरक्षित महसूस करते हैं।
पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां इस मामले में तमिलनाडु पुलिस के साथ भी संपर्क में हैं ताकि ई-मेल के स्रोत को जल्द से जल्द ट्रेस किया जा सके। अयोध्या प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है। फिलहाल, जांच अपने शुरुआती चरण में है, और अगले कुछ दिनों में स्थिति और स्पष्ट होने की उम्मीद है।