Ayodhya News: उत्तर प्रदेश के अयोध्या के रिकाबगंज में पुलिस पर एक युवक की बेरहमी से पिटाई का आरोप लगा है। पुलिस की पिटाई से युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल युवक को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं, युवक की बेरहमी से पिटाई के बाद परिजनों में गुस्सा है। रविवार को पीड़ित के पिता ने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित के पिता भाजपा से जुड़े हैं और पार्षद भी रह चुके हैं। युवक के पिता ने अन्य लोगों के साथ एसएसपी से मुलाकात कर दोषी चौकी इंचार्ज समेत चार लोगों को निलंबित करने की मांग की।
युवक की पिटाई के बाद स्थानीय लोगों ने चौकी घेरा
बता दें कि, अयोध्या के तेलीटोला निवासी नमन सोनी अपनी पत्नी और बच्चे के साथ रिकाबगंज से चौक जा रहे थे। नमन का आरोप है कि रूट डायवर्जन के चलते पुलिस ने उन्हें रिकाबगंज चौराहे पर रोक लिया। उन्होंने कहा कि पास में ही उनका घर है और वह शेर गली से मुड़कर अपने घर जाएंगे। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उनके साथ बदसलूकी और गाली-गलौज शुरू कर दी, फिर उन्हें एक कमरे में खींचकर ले गए और गला दबाकर पानी के पाइप से पीटा। पीड़ित के मुताबिक मौके पर नौ पुलिसकर्मी थे, जिनमें से वह चौकी इंचार्ज प्रवीण मिश्रा, उपनिरीक्षक पंकज कनौजिया, सिपाही अभय सिंह और राहुल कुमार को पहचान सका। युवक की पिटाई के बाद स्थानीय लोगों ने चौकी घेर ली। चौकी घेरने के बाद पुलिस उसे अगले दिन सुबह करीब 4.05 बजे अस्पताल ले गई।
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पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग
पीड़ित का आरोप है कि पुलिस ने अस्पताल में डॉक्टरों पर मेडिकल जांच सही तरीके से न करने का दबाव बनाया। पीड़ित ने बताया कि इस पूरी घटना का वीडियो उसके पास है। मामले को लेकर पीड़ित के पिता और नगर पालिका के पूर्व पार्षद अनिल सोनी पार्टी, दुर्गा पूजा समिति और कारोबार से जुड़े लोगों के साथ एसपी से मिले। एसएसपी ने इस मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग की है।
मामले को लेकर पुलिस ने बताया कि रूट डायवर्जन का हवाला देने पर युवक ने मौके पर मौजूद पुलिस, पीएसी और ट्रैफिक कर्मियों से गाली-गलौज की और मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान पुलिसकर्मियों की वर्दी भी फट गई। एसएसपी ने रिकाबगंज चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक प्रवीण मिश्रा और उपनिरीक्षक पंकज कनौजिया के खिलाफ कार्रवाई की है।
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