Azamgarh News: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में पुलिस हिरासत में एक युवक की संदिग्ध मौत के बाद इलाके में तनाव फैल गया। 28 वर्षीय रिंकू की लाश पुलिस स्टेशन के बाथरूम में फांसी से लटकी मिली, जिसके बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश भड़क उठा। भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया, वाहनों में तोड़फोड़ की और जमकर पथराव किया। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस घटना के बाद थाना प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है, लेकिन जनता इस मामले में निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई की मांग कर रही है।
- विज्ञापन -यूपी : आजमगढ़ के पुलिस स्टेशन में रिंकू की मौत पर बवाल। लोगों ने पुलिस जीप सहित कई गाड़ियां तोड़ी। पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने लाठीचार्ज करके भीड़ खदेड़ी। थाना प्रभारी कमलेश पटेल सहित दरोगा, एक सिपाही सस्पेंड। पुलिस पर हत्या करने का आरोप है। रिंकू की लाश फांसी पर टंगी मिली है। https://t.co/VC6raZ3DU4 pic.twitter.com/5kDlsgqnMb
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) March 31, 2025
हिरासत में मौत से मचा हड़कंप
रिंकू को Azamgarh पुलिस ने एक लड़की से अभद्र व्यवहार करने के आरोप में हिरासत में लिया था। कुछ ही घंटों बाद उसकी लाश पुलिस स्टेशन के बाथरूम में 6 फीट ऊंची खिड़की से पायजामे के नाड़े के सहारे लटकी मिली। पुलिस का दावा है कि यह आत्महत्या का मामला है, लेकिन मृतक के परिजनों ने इसे हिरासत में हत्या करार दिया है।
जब यह खबर फैली तो बड़ी संख्या में लोग Azamgarh पुलिस स्टेशन के बाहर इकट्ठा हो गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। धीरे-धीरे विरोध प्रदर्शन उग्र होता चला गया, और गुस्साए लोगों ने पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। पुलिस स्टेशन पर पथराव के कारण स्थिति और बिगड़ गई। हालात को काबू में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर किया गया।
Azamgarh पुलिस की कार्रवाई और जनता का गुस्सा
इस घटना के बाद Azamgarh पुलिस महकमे ने त्वरित कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी कमलेश पटेल, एक दरोगा और एक सिपाही को निलंबित कर दिया। पुलिस का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि, जनता इस घटना को लेकर संतुष्ट नहीं है और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रही है। लोगों का कहना है कि हिरासत में रहते हुए किसी भी व्यक्ति को आत्महत्या करने का मौका कैसे मिल सकता है।
पुलिस हिरासत में मौतों पर सवाल
इस घटना ने पुलिस हिरासत में होने वाली मौतों को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है। पहले भी आजमगढ़ सहित यूपी के कई जिलों में ऐसे मामले सामने आए हैं। जनता मांग कर रही है कि इस घटना की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को कड़ी सजा मिले, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे दोबारा न हों।