क्या है पूरा मामला?
यह पूरा मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के केडी सिंह बाबू स्टेडियम का है, जहां फुटबॉल का प्रशिक्षण ले रही दो छात्रा खिलाड़ियों ने पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया है कि राजेश कुमार सोनकर पहले केडी सिंह बाबू स्टेडियम में क्रीड़ा अधिकारी के पद पर काम कर चुके हैं। वर्तमान में वह फिर से प्रभारी बन गए हैं। अपने पहले कार्यकाल में क्रीड़ा अधिकारी छात्रा खिलाड़ियों के साथ गंदा, अभद्र और अनैतिक व्यवहार करते रहे हैं। करियर खराब होने के डर से किसी छात्रा ने शिकायत नहीं की।
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खिलाड़ियों का आरोप है कि राजेश सोनकर विभाग में अपनी ऊंची पहुंच का फायदा उठाकर बाराबंकी में होने वाली फुटबॉल से जुड़ी सभी प्रतियोगिताओं और चयन ट्रायल आदि में अपनी ड्यूटी लगवा लेते हैं और छात्रा खिलाड़ियों को गलत तरीके से छूने के साथ ही उनका शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न करते हैं। लोक लाज और धमकी के डर से कोई भी महिला खिलाड़ी उनके खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाती।
फुटबॉल कोच पर भी लगा ये आरोप
जिले में तैनात फुटबॉल कोच श्रद्धा सोनकर राजेश सोनकर की रिश्तेदार हैं। वह उनसे मिलने के लिए उनके आवास पर अनावश्यक दबाव बनाती हैं। उन्होंने विभिन्न खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रलोभन भी दिया। दूसरे जिले में तबादला होने के बाद भी क्रीड़ाधिकारी राजेश सोनकर खेल प्रतियोगिताओं के दौरान स्टेडियम में अपनी ड्यूटी लगवाते रहे। एक बार फिर से स्टेडियम का चार्ज उन्हें दे दिया गया है। इस पूरे मामले में बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि महिला खिलाड़ियों की शिकायत पर मामले की जांच के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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