Basti incident: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में पुलिस की बर्बरता का सनसनीखेज मामला सामने आया है। 17 वर्षीय आदर्श उपाध्याय की हिरासत में मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतक की मां का कहना है कि पुलिस ने 5000 रुपये की रिश्वत मांगी थी, और जब वह पैसे नहीं दे सकी, तो उसके बेटे को बेरहमी से पीटा गया। घटना से गांव में आक्रोश है, और ग्रामीण दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
#बस्ती पुलिस की बड़ी लापरवाही दुबौलिया पुलिस पर बर्बरता का आरोप युवक की हुई मौत माँ ने चिख चिखकर सुनाई बर्बरता की दास्तान। @Uppolice @bastipolice @digbasti @AdgGkr @dgpup @myogiadityanath @myogioffice @CMOfficeUP pic.twitter.com/zbb4nEEuJb
— दिलीप पांडेय संवाददाता बस्ती (@dileeppandey123) March 25, 2025
पिटाई से बिगड़ी हालत, फिर घर छोड़ गए पुलिसवाले
घटना Basti जिले के दुबौलिया थाने के उभाई गांव की है। सोमवार को पुलिस आदर्श को गांव से उठाकर थाने ले गई, जहां उसे रातभर पीटा गया। सुबह दोबारा पिटाई की गई, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई। परिजनों के अनुसार, पुलिसवालों ने उसे निर्दयता से पीटा और जब उसकी तबीयत ज्यादा खराब हुई, तो उसे घर छोड़कर चले गए।
5000 रुपये न देने पर हुई बर्बरता
मां ने बताया कि पुलिस ने प्रधान को फोन कर 5000 रुपये लाने को कहा। जब वह पैसे नहीं दे पाई, तो आदर्श को थर्ड डिग्री दी गई। उसकी हालत इतनी बिगड़ गई कि उसके मुंह से खून निकलने लगा। मां ने पुलिसवालों से बेटे को छोड़ने की विनती की, लेकिन वे नहीं माने।
Basti अस्पताल पहुंचने से पहले तोड़ा दम
परिजन आदर्श को तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बेटे की मौत से मां बेसुध हो गई और उसकी लाश को सीने से लगाकर रोती रही।
गांव में गुस्सा, पुलिस पर कार्रवाई की मांग
घटना के बाद गांव में आक्रोश फैल गया। ग्रामीणों ने शव के साथ प्रदर्शन किया और दोषी पुलिसवालों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। Basti पुलिस अधिकारियों ने परिजनों को आश्वासन देकर शांत कराया, जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम किया गया। इस घटना ने पुलिस की क्रूरता को उजागर कर दिया, जिससे पूरे क्षेत्र में गहरा आक्रोश है।