Kanpur News : लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections 2024) से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कानपुर की राजनीतिक के बड़े चेहरे और कांग्रेस (Congress) के पूर्व विधायक अजय कपूर (Ajay Kapoor) ने आज भाजपा जॉइन कर ली। उन्होंने एक दिन पहले 12 मार्च को पार्टी और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव पद से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव अजय कपूर, राहुल और प्रियंका गांधी के करीबी नेताओं में रहे। इसका अंदाजा इससे ही लगा सकते हैं कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा जब कानपुर पहुंची थी, तो राहुल ने पूरे समय उन्हें अपने साथ रखा था।
राजनितिक गालियारों में चर्चा है कि अजय कपूर (Ajay Kapoor News) को भाजपा में शामिल कराने के लिए पूरी पटकथा डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने लिखी है। उन्होंने अजय कपूर की बात आलाकमान तक पहुंचाई। इसके अलावा अजय ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से दिल्ली में कई बार मुलाकात की। राजनाथ सिंह ने अजय कपूर को पार्टी में आने के लिए समझाया।
BJP से लोकसभा उम्मीदवार बनाए जाने की अटकले
कानपुर सीट पर अभी तक भाजपा ने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। अटकलें हैं कि भाजपा उन्हें कानपुर से लोकसभा का उम्मीदवार बना सकती है। अभी सत्यदेव पचौरी यहां से भाजपा के सांसद हैं। मौजूदा समय में मालिनी अवस्थी, दिनेश शर्मा और नीतू सिंह टिकट की दौड़ में हैं। अब इस लिस्ट में अजय कपूर का नाम भी जुड़ गया है।
Ajay Kapoor के BJP में शामिल होने की हो सकती हैं ये वजह
पार्टी तलाश रही थी लोकल प्रत्याशी
सूत्रों के मुताबिक, कानपुर सीट पर भाजपा अंदरखाने पहले ही कानपुर से प्रत्याशी की तलाश कर रही थी। मगर कोई भी नाम फिट नहीं बैठ रहा था। जातिगत आधार पर भी कई चेहरे तलाशे गए, लेकिन प्रत्याशी की तलाश पूरी नहीं हुई।
भाजपा के हिसाब से अजय कपूर फीट बैठ रहे थे, इसलिए भाजपा ने अजय पर दांव लगा रही है। अजय कपूर के आने से एक तरफ जहां कांग्रेस का बड़ा वोट बैंक पार्टी के साथ आएगा। वहीं, कानपुर से बड़ा राजनीतिक चेहरा होने के नाते जीत की राह भी आसान हो जाएगी।
पचौरी से खुश नहीं BJP आलाकमान
कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में आने वाले सभी 10 में से 9 सीटों पर भाजपा ने प्रत्याशियों को रिपीट कर दिया है। यहां से मौजूदा सांसद सत्यदेव पचौरी भी लगातार दिल्ली के चक्कर काट रहे हैं। हाल ही में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कराए गए विकास कार्यों का पत्र भी भेजा है।
मेयर चुनाव में सत्यदेव पचौरी का खुलकर विरोध और बयानबाजी अब उनके गले की फांस बन गई है। चर्चा है कि भाजपा का आलाकमान पचौरी से खुश नहीं है। उनकी उम्र भी 75 प्लस है। इसलिए बीजेपी उनका टिकट काट सकती है।
अजय 3 बार विधायक रह चुके
अजय कपूर 3 बार विधायक चुने जा चुके हैं। वह साल 2002 से 2017 तक विधायक रहे। अजय कपूर कानपुर की गोविंद नगर और किदवई नगर सीट से विधायक रहे। अजय की संपत्ति की बात करें तो 2022 के विधानसभा चुनाव में नामांकन के दौरान दी गई जानकारी के मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति 69 करोड़ है।
हालांकि, कहा यह भी कहा जाता है कि 15 सालों में उनकी संपत्ति करीब 10 गुना बढ़ी है। 2007 में नामांकन के दौरान अपनी कुल संपत्ति 5.28 करोड़ बताई थी, जबकि 2017 के विधानसभा चुनाव में नामांकन के दौरान उन्होंने अपनी संपत्ति 31.39 करोड़ बताई थी।
श्रीप्रकाश के बाद कांग्रेस को दी मजबूती
एक दशक पहले तक कानपुर में कांग्रेस राजनीति की दो धुरी थीं। इसमें एक गुट श्रीप्रकाश जायसवाल और दूसरा गुट अजय कपूर का था। श्रीप्रकाश ने दिल्ली का रुख किया, तो कानपुर में अजय कपूर मजबूत होते गए। श्रीप्रकाश के राजनीतिक संन्यास के बाद अजय कपूर ने पार्टी के साथ ही कानपुर में भी राजनीति को मजबूत किया और बड़ा चेहरा बन गए।