Kanpur News : होली का त्योहार (Holi 2024) नजदीक आने के साथ ही खाने पीने के समानों में केमिकल का उपयोग किया जाने लगा है। हानिकारक रंगों से बड़े पैमाने पर खाद्य मसालों के साथ रंग-बिरंगे पापड़ तैयार किए जा रहे हैं। बीती 24 फरवरी को खाद्य सुरक्षा विभाग (Food Safety Department) ने बाबूपुरवा में छापेमारी कर बड़े पैमाने पर रंगीन कचरी को बनाते हुए पकड़ा गया। वहीं मंगलवार को बड़ी मात्रा में मिलावटी खाद्य मसाले पकड़े गए।
खाद्य औषधि एवं सुरक्षा विभाग (Food Drug and Safety Department) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अर्रा बिनगवां में स्थित खाद्य मसाला फैक्ट्री (Masala Factory Raid) में छापेमारी की। यहां बड़े पैमाने पर हानिकारक केमिकल का इस्तेमाल कर खाद्य मसाले तैयार किए जा रहे थे।
होली में पूरा माल खपाने की थी तैयारी
विभाग ने 6 कुंतल खाद्य मसाले व 937 किलो अपमिश्रक को सीज कर दिया है। करीब 1 लाख रुपए अनुमानित कीमत है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक होली में पूरे माल को खपाने की तैयारी थी।
31 लीटर केमिकल भी बरामद
खाद्य सहायक आयुक्त-2 विजय प्रताप सिंह ने बताया कि छापेमारी के दौरान विभिन्न खाद्य मसालों का निर्माण होते पाया गया। मौके पर लाल मिर्च पाउडर अनुमानित मात्रा लगभग 2 कुंतल जिसका मूल्य करीब 36 हजार रुपए है और हल्दी पाउडर लगभग इतनी ही मात्रा में पाया गया।
30 बोरी में 9 कुंतल माल बरामद
लाल मिर्च को और लाल व हल्दी पाउडर को और पीला दिखाने के लिए इसमें केमिकल का प्रयोग किया जा रहा था। मौके से करीब 31 लीटर केमिकल सीज किया गया है। इसके अलावा मिलावटी धनिया पाउडर भी तैयार किया जा रहा था। इसमें चावल की कनकी और भूंसी मिलाई जा रही थी। करीब 30 बोरी में 9 कुंतल माल बरामद किया गया।
पूरी फैक्ट्री की गई सील
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए जांच के लिए 6 सैंपल कलेक्ट किए हैं। बताया गया कि बिनगवां निवासी सुरेंद्र पाल द्वारा फैक्ट्री का संचालन अवैध रूप से किया जा रहा था। पूरी फैक्ट्री को भी विभाग द्वारा सील कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
प्रतिबंधित रंगों का हो रहा था इस्तेमाल
24 फ़रवरी को की गई छापेमारी के बाद सहायक आयुक्त खाद्य विजय प्रताप सिंह ने बताया कि घनश्याम बाग स्थित बाबूपुरवा में जयश्री अंजनी बालाजी फूड प्रोडक्ट्स द्वारा हानिकारक रंगों से रंगीन कचरी को तैयार किया जा रहा था। जांच में खाद्य सामग्री में प्रतिबंधित रंगों के इस्तेमाल का शक है। पूरे माल की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। मिलावटी होने के संदेह के आधार पर फैक्ट्री में तैयार 225 बोरी रंगीन कचरी सीज कर दिया गया है। इसका कुल भार 5,625 किलो है। जिसकी अनुमानित कीमत करीब 2 लाख रुपए है। जांच के लिए 2 सैंपल भरे गए हैं। जांच रिपोर्ट आने तक माल की बिक्री पर रोक लगाई गई है।