Ghaziabad News: गाजियाबाद से एक बड़ी खबर सामने आई है जहां, आज अवेकिंग इंडिया फाउंडेशन और हर्ष ENT अस्पताल के सहयोग से रेबीज मुक्त अभियान के अंतर्गत गाजियाबाद के वरिष्ठ डॉ बी पी एस त्यागी ने सिहानी गांव स्थित नगर निगम बालिका इंटर कॉलेज के बच्चो को रेबीज वायरस के बचने के उपायों के बारे में जागरूक किया, तो चलिए जानते हैं क्या है पूरा मामला। इस कार्यकम में लगभग 300 बच्चों को और स्कूल की अध्यापिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि यदि किसी व्यक्ति को किसी जानवर जैसे कुत्ता, बिल्ली, बंदर या अन्य किसी जानवर के काटने पर किस तरह रेबीज का वायरस पीड़ित के अंदर फैल जाता है और अगर समय पर इसका टीकाकरण न कराया जाए तो यह एक भयंकर जानलेवा बीमारी का रुप धारण कर लेता है।
रेबीज वायरस से बचने का बताया गया उपाय
टीकाकरण को विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि इसमें पांच टीके का कोर्स कराना आवश्यक होता है जो कि पहले दिन, तीसरे दिन, सातवें दिन, चौदहवें दिन और इक्कीसवे दिन लगाया जाता है और अगर कांटे हुए स्थान से एक बूंद खून भी आता है तो उस घाव के नीचे सीरम लगाना बहुत जरुरू होता है नहीं तो पीड़ित की जान तक जा सकती है। इसके अलावा डॉ साहब ने बच्चों को आजकल चल रहे टैटू के फैशन के बारे में भी जागरूक किया कि किस तरह से टैटू की सुई से HIV का संक्रमण तेजी से लोगो में फैल रहा है, क्योंकि टैटू बनाने वाले एक ही सुई से लगभग दस से बारह एक व्यक्तियों के शरीर पर टैटू बनाते है।
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उन्होने आगे कहा कि अगर पहला व्यक्ति ही HIV संक्रमित है तो यह संक्रमण बाकी लोगों को भी अपने चपेट में ले लेता है, इसीलिए उन्होंने अपील करते हुए कहा कि टैटू बनवाने से बचना चाहिए और अगर बनवाना ही है तो अपनी टैटू किट बाजार से साथ लेकर जाए और बाद में उसे मेडिकल वेस्ट में डाले ना कि इधर उधर डाले।
कार्यकम में ये लोग रहे मौजुद
इस कार्यकम के दौरान स्कूल की प्रधानाचार्य सत्यवीर कौर और अध्यापिका चंचल त्यागी के साथ अन्य अध्यापिका भी उपस्थित रहीं। स्कूल की प्रधानाचार्य सत्यवीर कौर ने कहा कि स्कूल डॉक्टर बी पी त्यागी का धन्यवाद करता हैं कि उन्होंने इतने अच्छे और जागरूकता पूर्ण कार्यकम के लिए उनके स्कूल का चयन किया। उन्होंने आगे कहा कि स्कूल के बच्चे बहुत उत्साह से डॉक्टर साहब से सवाल पूछ रहे थे।
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