Bulandshahr News: बुलंदशहर के जिलाधिकारी पराली जलाने की घटना को लेकर सख्त रुख अपना रहे हैं। सिकंदराबाद के अंर्तगत गांव बड़ोदा में पराली जलाने की घटना मिलने के बाद जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह खुद खेत का स्थलीय निरीक्षण किया और पराली जलाने की घटना का जायजा लिया। साथ ही मौजुद किसान से बातचीत भी की। घटना को लेकर एक किसान ने बताया कि के नौकर के द्वारा बिना बताए पराली जला दी गई थी। सूचना मिलने के तुरंत बाद तहसील की टीम द्वारा आग को बुझाया गया। किसान फूल सिंह पर 5 हजार का जुर्माना लगाते हुए चेतावनी भी दी गई। उन्होंने कहा है कि इसके बाद भी कोई जलाए जाने की घटना संज्ञान में आती है तो कड़ी कार्रवाई ही की जायेगी।
DM ने किसानों से पराली पर की चर्चा
जिलाधिकारी ने कॉलेज परीसर में ग्रामवासियों के साथ बैठक करते हुए अपील की है कि कोई भी किसान फसल अवशेष न जलाए। गांव के लोगों द्वारा बताया गया है कि फसल अवशेष जलाने की घटना दुबारा नहीं होगी। इस मौके पर उप निदेशक कृषि के द्वारा कृषि विभाग के द्वारा अनुदान पर उपलब्ध कराए जाने वाले उपकरणों के बारे में भी बताया गया, जिसके उपयोग से फसल अवशेष को खाद के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
जिलाधिकारी ने क्या कहा?
जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह कहा कि, फसल अवशेष जलाने से संबधित किसान के विरूद्ध जुर्माना से लेकर वैधानिक कार्रवाई भी की जाती है। जो किसान भाइयों के लिए बहुत ही कष्टकारी है। साथ ही इससे वायु प्रदूषण भी फैलता है जो स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। हम सभी का दायित्व है कि पर्यावरण को स्वच्छ रखें। डीएम ने आगे कहा कि, सभी प्रण ले कि अपने साथ किसी दूसरे को भी फसल अवशेष न जलाने दें। कोई भी पराली या फसल अवशेष जलाता है तो उसके बारे में तत्काल सूचना दी जाए। आगे उन्होंने कहा कि, पराली को नहीं जलाकर उसे गौशाला में दान कर सकते हैं। पराली को दान करने या फिर बिक्रय करने के बारे में आप अवगत करा दें तो ग्राम प्रधान के माध्यम से पराली को गौशाला में ले जाया जाएगा।
डीएम ने बच्चों को भी किया जागरुक
इसके साथ ही डीएम पढ़ रहे बच्चों से भी कहा कि वह भी पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए फसल अवशेष नहीं जलाए। 18 साल की आयु पूरी करने वाले बालक-बालिकाएं अपना निर्वाचन कार्ड जरुर बनवाएं। बता दें कि इस खास अवसर पर उप जिलाधिकारी सिकंदराबाद रेनू सिंह, उप निदेशक कृषि रघुराज सिंह, तहसीलदार, वी.डी.ओ भी मौजुद रहे।