बुलंदशहर(यूपी)। जिले की जहांगीराबाद पुलिस के पास एक शख्स पहुंचा और कोतवाल को बताया कि उसके पास बुलंदशहर के पुलिस कप्तान का फोन आया है, जो उसे पैसे के एक विवाद में दानिश और रहीस नाम के दो लोगों को पैसे देनें को कह रहे हैं। कप्तान का फोन सुनते ही कोतवाल साहब हिल गए। मामला उच्चाधिकारियों को बताने के साथ जब पोन नंबर देखा तो मामला संदिग्ध लगा। पड़ताल की गई तो पता चला कि जिस शख्स ने फोन किया है वो एक मामूली वाहन चोर है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके उसके कब्जे से चोरी की मोटरसाईकिल बरामद की है। आरोपी जहाँगीराबाद। नगर कोतवाली पुलिस ने खुद को एसएसपी बुलन्दशहर बताकर जहाँगीराबाद निवासी एक युवक को धमकी देने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी गौतमबुद्धनगर के कस्बा जहांगीरपुर थाना जेवर का रहने वाला शफीक है।
ये था पूरा मामला
दरअसल, पुलिस में शिकायत करने वाले शादान के पिता शकील दिल्ली में एक बिल्डर के यहां सुपरवाइजर थे। उस बिल्डर के पास मुस्तफाबाद के रहने वाले दानिश और रहीस ने प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट किया था। उस प्रॉपर्टी डीलर से चल रहे लेन-देन के विवाद में रहीस और दानिश शकील को परेशान कर पैसे देने या दिलाने का दवाब बना रहे थे। इन्हीं लोगों के कहने पर आरोपी ने 16 सितंबर को शकील को फोन करके धमकाया और खुद को बुलंदशहर का पुलिस कप्तान बताया था। धमकी दी थी कि पैसे नहीं लौटाए तो जेल भिजवा दूंगा।
आरोपी से दरोगा-परिवहन विभाग का आईकार्ड मिला
पुलिस ने बुलंदशहर का पुलिस कप्तान बनकर धमकाने वाले शफीक के पास से एक दरोगा का फर्जी आई कार्ड और परिहवन विभाग का भी एक परिचय पत्र बरामद किया है। आरोपी पहले भी ककोड़ थाने से ऐसे ही मामले में जेल जा चुका है।