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Monday, November 25, 2024
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CM Yogi Adityanath: ने ऑनलाइन पेमेंट कर खादी आश्रम से की खरीदारी खादी- स्वदेशी वस्त्रों को बनाएं जीवन का हिस्सा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गांधी जयंती पर महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को किया नमन, खादी और स्वच्छता पर दिया जोर

लखनऊ: 2 अक्टूबर: महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के महानायक थे। उनके नेतृत्व में चला स्वाधीनता संग्राम ब्रिटिश शासन को समाप्त करने में सफल रहा। गांधीजी ने सत्य, अहिंसा और स्वदेशी के मंत्र से न केवल देश को आजादी दिलाई, बल्कि भारतीयों को आत्मनिर्भरता और स्वाभिमान का संदेश भी दिया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया।

खादी: आजादी और आत्मनिर्भरता का प्रतीक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महात्मा गांधी द्वारा खादी के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि खादी भारतीय स्वतंत्रता का प्रतीक बनी। जब तक स्वदेशी आंदोलन को आजादी की लड़ाई से नहीं जोड़ा गया था, तब तक आंदोलन में वह एकजुटता और मजबूती नहीं दिखी थी। महात्मा गांधी के नेतृत्व में, स्वदेशी आंदोलन ने हर भारतीय के मन में आत्मनिर्भरता और स्वाभिमान का भाव जगाया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लखनऊ के गांधी आश्रम में चरखा चलाया और खादी के वस्त्रों की खरीदारी की।

उन्होंने आम जनता से अपील की कि खादी को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और इसे उपहार स्वरूप भेंट करें। उन्होंने यह भी बताया कि अगले 108 दिनों तक खादी के सभी उत्पादों पर 25 प्रतिशत की विशेष छूट दी जाएगी। इससे खादी और स्वदेशी वस्त्रों का अधिक उपयोग करने का अवसर मिलेगा, जो आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में मदद करेगा।

स्वच्छ भारत मिशन: गांधीजी के स्वच्छता के सपने को साकार करता अभियान

मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी के स्वच्छता के प्रति समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि स्वच्छ भारत मिशन गांधीजी के स्वच्छता के सपने को साकार करने का एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू हुए इस अभियान के तहत देशभर में 12 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया है। यह केवल स्वच्छता का प्रतीक नहीं, बल्कि नारी गरिमा और सशक्तिकरण का भी प्रतीक है। स्वच्छता के बिना समाज का विकास संभव नहीं है, और महात्मा गांधी के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने उनके समय में थे।

यह भी पढ़ें : “लाल बहादुर शास्त्री: सादगी, कर्तव्यनिष्ठा और आत्मनिर्भरता के प्रतीक – CM Yogi का श्रद्धांजलि संदेश”

मुख्यमंत्री ने जीपीओ स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और बच्चों द्वारा प्रस्तुत गांधीजी के प्रिय भजनों का आनंद लिया। “रघुपति राघव राजा राम” और “वह शक्ति हमें दो दयानिधे” जैसे भजनों ने वातावरण को भावनात्मक बना दिया।

झाड़ू लगाकर स्वच्छता का संदेश

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वच्छता का संदेश देते हुए जीपीओ में स्वयं झाड़ू लगाई। उनके साथ अन्य जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने भी स्वच्छता अभियान में भाग लिया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता केवल एक अभियान नहीं है, बल्कि यह समाज के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। स्वच्छता से ही समाज की प्रगति संभव है और गांधीजी के विचारों को जीवंत बनाए रखने का यह सबसे अच्छा तरीका है।

मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि आगामी त्योहारों के दौरान विदेशी वस्त्रों और उत्पादों के बजाय स्वदेशी वस्त्रों और स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता दें। इससे न केवल स्थानीय कारीगरों और उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जाएगा।

लाल बहादुर शास्त्री को भी दी 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि शास्त्री जी महात्मा गांधी के अनन्य भक्त और अनुयायी थे। प्रधानमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान देश खाद्यान्न सुरक्षा में आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ा। 1965 के युद्ध के दौरान उनके नेतृत्व में भारत ने अपनी शक्ति और साहस का परिचय दिया और दुश्मन देश को मुंहतोड़ जवाब दिया। शास्त्री जी का यह पराक्रम भारत को एक वैश्विक ताकत के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण था।

आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ता भारत

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आत्मनिर्भरता पर जोर देते हुए कहा कि जो भी देश शक्तिशाली और समर्थ बने हैं, उन्होंने सबसे पहले आत्मनिर्भरता प्राप्त की। अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और जापान जैसे देशों ने अपनी उद्यमिता को बढ़ाकर आत्मनिर्भरता प्राप्त की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान महात्मा गांधी के स्वदेशी आंदोलन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का कार्यक्रम है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नया भारत, गांधीजी के मूल्यों और आदर्शों से प्रेरणा लेते हुए आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमें गांधीजी के ग्राम स्वराज और आत्मनिर्भरता के विचारों को अपनाना चाहिए और स्वदेशी वस्त्रों और उत्पादों का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए। इससे न केवल स्थानीय रोजगार का सृजन होगा, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी एक बड़ा कदम होगा।

खादी और स्वदेशी वस्त्रों को बनाएं जीवन का हिस्सा

मुख्यमंत्री ने आम जनता से अपील की कि वे खादी और स्वदेशी वस्त्रों को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। उन्होंने कहा कि खादी का उपयोग न केवल आत्मनिर्भरता का प्रतीक है, बल्कि यह महात्मा गांधी के विचारों और आदर्शों का सम्मान भी है। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम खादी और स्वदेशी वस्त्रों का अधिक से अधिक उपयोग करेंगे और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपना योगदान देंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खादी केवल एक वस्त्र नहीं है, बल्कि यह भारतीय आत्मनिर्भरता और स्वाभिमान का प्रतीक है। गांधीजी के विचारों के अनुरूप, हमें आत्मनिर्भरता की दिशा में काम करना चाहिए और स्वदेशी वस्त्रों और उत्पादों को बढ़ावा देना चाहिए।

कार्यक्रम में कई प्रमुख नेताओं की मौजूदगी

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, महापौर सुषमा खर्कवाल, राज्यसभा सांसद बृजलाल, संजय सेठ, विधायक योगेश शुक्ल, नीरज बोरा, विधान परिषद सदस्य महेंद्र सिंह और अन्य प्रमुख नेता व अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंत में महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के आदर्शों को याद करते हुए कहा कि हमें उनके विचारों से प्रेरणा लेते हुए आत्मनिर्भरता और स्वदेशी के रास्ते पर आगे बढ़ना चाहिए। स्वच्छता, नारी सशक्तिकरण और स्वदेशी के प्रति उनकी दृष्टि आज भी उतनी ही प्रासंगिक है और हमें उनके बताए मार्ग पर चलकर भारत को एक सशक्त और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाना है।

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