Report By: मोहसिन खान-
दिल्ली-यूपी: विधानसभा की दस सीटों पर होने वाले उप चुनाव को लेकर दिल्ली में आयोजित हुई बैठक में 9 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम लगभग तय हो चुके है और चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद प्रत्याशियों की सूची को जारी कर दिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी कुछ नए चेहरों को भी मौका दे सकती है, जबकि गठबंधन धर्म में मीरापुर सीट रालोद को दी जाएगी। वहीं निषाद पार्टी को कोई भी सीट नहीं मिलेगी और ऐसे में नाराज़ संजय निषाद को मनाने की ज़िम्मेदारी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, बृजेश पाठक और प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी की होगी। बता दें कि हरियाणा के चुनावी नतीजो से उत्साहित भाजपाईयों ने तैयारियां शुरू कर दी, जबकि उप चुनाव की कमान सीएम योगी आदित्यनाथ खुद संभाले हुए तो ऐसे में जीत की राह आसान हो सकती है।
सीएम योगी के चक्रव्यूह में फंस जाएगी सपा!
लोकसभा चुनाव 2024 के प्रदर्शन को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ खुद ही उप चुनाव की रणनीति बना रहे है, समाजवादी पार्टी को घेरने के लिए वो चक्रव्यूह तैयार कर चुके है और सीएम योगी के चक्रव्यूह में सपा को फंसाने की रणनीति भी बन चुकी है। दरअसल यूपी में उप चुनाव वाली 10 सीटों पर भाजपा प्रचार का पहला चरण पूरा कर चुकी है। सीएम योगी इन 10 क्षेत्रों में करीब 5000 करोड़ की विकास की परियोजनाओं का शिलान्यास कर चुके है और रोजगार मेले के जरिए 30 हज़ार से ज्यादा युवाओं को रोज़गार दिए गए।
भाजपा ने साधा जातीय समीकरण, 9 प्रत्याशी किए तय
हर विधानसभा सीट पर भाजपा ने चार नामों का पैनल तय किया था और उन्हीं में से एक नाम पर मुहर लगा दी है और इस तरह से 9 प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए है। जातीय समीकरणों को साधने वाले उम्मीदवार को तय किया गया है, ताकि सपा के किले को ढहाया जा सके। बीजेपी ने गाजियाबाद, खैर, कटेहरी, कुन्दरकी, मिल्कीपुर, करहल, सीसामउ, मंझवा और फूलपुर विधानसभा सीट पर नाम तय कर दिए, जबकि मीरापुर सीट को गठबंधन धर्म में रालोद के लिए छोड़ दिया है। आपको ये भी बता दे कि जातीय समीकरणों के आधार पर बीजेपी को मिल्कीपुर, मीरापुर, गाजियाबाद, कटेहरी और खैर में कोई ज्यादा दिक्कत नहीं होगी, लेकिन सपा की परंपरागत सीट करहल और मुस्लिम बाहुल्य सीट कुन्दरकी और सीसामउ में साफतौर पर चुनौती मिलेगी।