Report By: राहुल शर्मा-
कांग्रेस में सुशांत – जेके गौड़ में टक्कर, डॉली टिकट की रेस से आउट हुईं
Ghaziabad(यूपी): लंबी रस्साकशी…कड़ी जद्दोजहद…लखनऊ से दिल्ली दरबार और गोरक्षपीठ तक की दौड़-भाग के बाद आखिरकार बीजेपी में टिकट को लेकर चल रही मारामारी पर लगभग विराम लग गया है। पार्टी ने लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने अतुल गर्ग के बाद खाली हुई गाजियाबाद की विधानसभा सीट के लिए महानगर अध्यक्ष के नाम पर सहमति बन गई है। कभी भी…किसी भी वक्त केवल ऐलान की औपचारिकता पूरी होनी बाकी है। उधर कांग्रेस में पार्टी की प्रवक्ता और स्थानीय नेत्री डॉली शर्मा गाजियाबाद सीट पर टिकट की रेस से लगभग बाहर हो गई हैं। तमाम दावेदारों में से सिर्फ दो नाम पर कांग्रेस हाईकमान कर रहा है जिनमें पहला नाम सांसद सुरेंद्र प्रकाश गोयल के बेटे सुशांत का तो दूसरा नाम जेके इंटरनेशल स्कूल के डायरेक्टर और पुराने कांग्रेसी जेके गौड़ का है। इन दो नामों पर ही पार्टी में मंथन चल रहा है। माना ये जा रहा है कि बीजेपी के उम्मीदवार घोषित करते ही कांग्रेस अपने पत्ते खोलेगी।
ये हैं संजीव शर्मा (बीजेपी)
संजीव शर्मा वर्तमान में बीजेपी के महानगर अध्यक्ष हैं और लंबे समय से पार्टी ग्राउंड वर्कर से लेकर तमाम जनप्रतिनिधियों और नेताओं से मधुर संबंध हैं। पार्टी में किसी तरह का भी अंदरुनी मसला हो उसे बड़े ही विवेकपूर्वक सुलझाने में महारथ हासिल है। पार्टी में वीके सिंह बनाम अतुल गर्ग विवाद में भी मध्यस्थ की भूमिका निभाकर माहौल को पार्टी के अनुकूल रखकर विधानसभा चुनाव से लेकर निगम और लोकसभा के चुनाव में पार्टी उम्मीदवारों को जीत दिलाने में अहम रोल अदा किया है।
ये भी थे दौड़ में
पार्टी में टिकट की रेस में यूं तो पूरी लिस्ट थी। मगर आखिर में दिल्ली दरबार में जो सूची पहुंची उसमें सबसे ऊपर नाम संजीव शर्मा की था। निर्विवादित होने की वजह से पूर्व महानगर अध्यक्ष अजय श अजय शर्मा,शर्मा…अशोक मोंगा…सहित करीब एक दर्जन दावेदार रहे मगर अधिकांश के नाम लखनऊ तक ही सिमट कर रह गए।
कांग्रेस में सुशांत और जेके गौड़ में टक्कर
यूं तो कांग्रेस में भी दावेदारों की पूरी लिस्ट थी। लेकिन टिकट की रेस आखिरी पड़ाव तक पहुंचते-पहुंचते मुख्य रूप से सिर्फ दो ही नाम मैदान में रह गए हैं। इनमें सबसे पहला नाम सुशांत गोयल का है तो दूसरा नाम जेके गौड़ का।
सुशांत गोयल
सुशांत गोयल Ghaziabad के पुराने कांग्रेसी नेता और सांसद, विधायक से लेकर पालिका चेयरमैन तक रहे सुरेंद्र प्रकाश गोयल के बेटे हैं। पिता की छवि के बूते राहुल-प्रियंका समेत कई दिग्गज कांग्रेसियों से सीधे संबंध होने की वजह से अभी तक टिकट की दौड़ में सबसे ऊपर चल रहे हैं। हालाकि सुशांत का पार्टी की गतिविधियों में कम रहना और पार्टी कार्यकर्ताओं से कम संपर्क इससे पहले भी उनके द्वारा लड़े चुनावों में उनके लिए नकारात्मक रहा है।
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जेके गौड़
जेके गौड़ पुराने कांग्रेसी हैं। सुरेंद्र गोयल, सुरेंद्र मुन्नी, नरेंद्र भारद्वाज, पूर्वर मंत्री सतीश शर्मा, सतीश त्यागी, पवन शर्मा समेत तमाम पुराने कांग्रेसियों के वक्त से कांग्रेस से जुड़े रहे हैं। जेके. इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर होने के साथ ब्राह्मण समाज और कई अन्य संगठनों से भी जुड़े हैं।
डॉली इसलिए हैं रेस से बाहर
हालाकि dolly sharma के रेस से बाहर होने की सबसे बड़ी वजह उनका पिछला लोकसभा चुनाव लड़ना, जबकि उससे पहले विधानसभा और मेयर के चुनाव में भी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ना माना जा रहा है। कांग्रेसियों में इस बात को लेकर खासी नाराजगी है कि हर चुनाव में डॉली को ही टिकट दिया जाना ठीक नहीं है। लिहाजा पार्टी के आंतरिक विरोध को भी उनके रेस से बाहर होने की वजह माना जा रहा है।
ये भी थे दौड़ में
कांग्रेस में भी यूं तो टिकट के दावेदारों की फेहरिस्त बेहद लंबी थी, मगर जिन पर पार्टी में विचार हुआ उनमें चंद अहम नामों में पार्वती रावत, जिलाध्यक्ष विनित त्यागी के नाम अहम थे।