Delhi CM: दिल्ली में मुख्यमंत्री पद के लिए नामों की चर्चा तेज़ हो गई है। भाजपा के नेताओं में सबसे अधिक चर्चा प्रवेश वर्मा, आशीष सूद और रेखा गुप्ता के नामों को लेकर हो रही है। दिल्ली में भाजपा के नेतृत्व को लेकर कई संभावनाएं हैं, लेकिन पार्टी को यह निर्णय लेने में कठिनाई हो रही है, क्योंकि उसे जातीय और सांस्कृतिक समीकरणों का ध्यान रखना है।
प्रवेश वर्मा की स्थिति कुछ हद तक राजस्थान की राजनीति में दिया कुमारी के समान हो सकती है। राजस्थान में भाजपा ने दिया कुमारी को Delhi CM पद का मुख्य दावेदार माना था, लेकिन अंत में भजनलाल शर्मा को चुना गया और दिया कुमारी को डिप्टी सीएम बना दिया गया। दिल्ली में भी भाजपा प्रवेश वर्मा को सीएम पद के लिए दावेदार के रूप में देख रही थी, खासकर जब उन्होंने अरविंद केजरीवाल को कड़ी चुनौती दी। वे दिल्ली के आउटर इलाके में प्रभावी जाट नेता रहे हैं, और उनकी जीत ने भाजपा को नई उम्मीद दी थी। हालांकि, अब खबरें आ रही हैं कि भाजपा का नेतृत्व दिल्ली के मुख्यमंत्री के लिए अन्य नामों पर विचार कर रहा है।
महाकुंभ के चलते भीषण जाम में फंसे श्रद्धालु, नेशनल हाईवे पर हजारों वाहन सड़क पर रुके
आशीष सूद का नाम भी इस Delhi CM रेस में अहम है। वे भाजपा के प्रमुख पंजाबी नेता माने जाते हैं और लंबे समय से पार्टी संगठन में सक्रिय रहे हैं। सूद के पक्ष में उनकी पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ करीबी रिश्ते और दिल्ली में पंजाबी समुदाय के प्रभाव को देखा जा सकता है। इसके अलावा, रेखा गुप्ता और शिखा रॉय जैसे महिला नेताओं का नाम भी सीएम पद के दावेदारों में लिया जा रहा है। भाजपा यदि महिला उम्मीदवार को चुनती है, तो यह एक रणनीतिक कदम हो सकता है, क्योंकि इससे पार्टी के विभिन्न समुदायों में संतुलन बनेगा।
Delhi CM के लिए भाजपा को एक ऐसा उम्मीदवार चुनना होगा, जो न केवल पार्टी की रणनीति को सफल बनाए, बल्कि दिल्ली के जातीय और सांस्कृतिक समीकरणों को भी संतुलित कर सके।