New Noida: दिल्ली एनसीआर में एक नया शहर ‘न्यू नोएडा’ विकसित होने जा रहा है, जिसके मास्टर प्लान 2041 को प्रशासन ने स्वीकृति दे दी है। यह प्रोजेक्ट ‘दादरी नोएडा गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन’ (DNGIR) के अंतर्गत आता है और इसका उद्देश्य क्षेत्र के विकास को गति देना है। न्यू नोएडा का पहला चरण जल्द शुरू होने वाला है, और इसके लिए एक डेडिकेटेड सेल का गठन किया गया है, जो परियोजना के विभिन्न पहलुओं पर काम करेगी।
डेडिकेटेड सेल की जिम्मेदारियाँ
न्यू नोएडा के पहले चरण के तहत भूमि अधिग्रहण, परियोजना का वित्तीय प्रबंधन, नए शहर का मॉडल तैयार करना, और स्टाफ की नियुक्ति जैसी गतिविधियाँ शामिल हैं। यह डेडिकेटेड सेल नोएडा प्राधिकरण के कार्यप्रणाली के समान कार्य करेगी, जिससे प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया जा सके।
New Noida
UP Govt approves Noida Master Plan 2041.
A new industrial city will be created as part of master plan ~ Dadri Noida Ghaziabad Investment Region, DNGIR, officially named as New Noida:
🔸80 villages of GB Nagar & Bulandshahr included
🔸21,101 hectares area
🔸To be… pic.twitter.com/iFIzDiGGxc— The Uttar Pradesh Index (@theupindex) October 24, 2024
लीलू सहगल की नियुक्ति
इस परियोजना के पहले चरण में भूमि अधिग्रहण के कार्य के लिए वास्तुविद लीलू सहगल को सलाहकार नियुक्त किया गया है। सहगल का अनुभव और विशेषज्ञता, जो उन्होंने नोएडा, दिल्ली विकास प्राधिकरण, और यमुना विकास प्राधिकरण में प्राप्त की है, न्यू नोएडा के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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3 हजार हेक्टेयर में 6 लाख की जनसंख्या
न्यू नोएडा का विकास 209 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में किया जाएगा, जिसमें लगभग 3 हजार हेक्टेयर भूमि शामिल है। इस शहर में 6 लाख लोगों की आबादी बसाने की योजना है। 84 गांवों में भूमि अधिग्रहण किया जाएगा, जिसमें 20 गांव गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) से और 60 गांव बुलंदशहर से लिए जाएंगे।
चार चरणों में पूरा होगा मास्टर प्लान
इस महत्वाकांक्षी मास्टर प्लान को चार चरणों में लागू किया जाएगा। पहले चरण को 2023 से 2027 तक पूरा किया जाएगा, इसके बाद 2027 से 2032 तक दूसरा चरण, 2032 से 2037 तक तीसरा चरण, और 2037 से 2041 तक चौथा और अंतिम चरण पूरा होगा।
औद्योगिक और आवासीय क्षेत्रों का विकास
न्यू नोएडा में 40 प्रतिशत भूमि औद्योगिक गतिविधियों के लिए, 13 प्रतिशत आवासीय उपयोग के लिए, और 18 प्रतिशत ग्रीन एरिया के लिए निर्धारित की जाएगी। इस प्रकार, न्यू नोडा ना केवल एक आवासीय क्षेत्र बनेगा, बल्कि यह एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में भी विकसित होगा, जो दिल्ली एनसीआर के लिए नए अवसरों का सृजन करेगा।