Deoria News: उत्तर प्रदेश के देवरिया से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां गौरी बाजार थाना क्षेत्र के तेंदूबारी में गुरुवार की रात पुलिस की मौजूदगी में एक महिला की हत्या कर दी गई। पुलिस दरवाजे पर खड़ी रही और पति ने कमरे में पीट-पीटकर और गला दबाकर महिला की हत्या कर दी। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप सा मच गया। ASP समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली, वहींं दुसरी तरफ पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया है, तो चलिए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
पति ने पत्नी की पीट-पीटकर कर दी हत्या
दरअसल, यह पूरा मामला देवरिया के गौरी बाजार थाना क्षेत्र के तेंदूबारी का है, जहां गांव रंजीत श्रीवास्तव विदेश में रहते हैं। उनकी पत्नी सोनम और दो साल का बेटा गोरखपुर में किराए के मकान में रहते थे। दो माह पहले रंजीत विदेश से गोरखपुर आए और तीन दिन पहले पत्नी को लेकर गांव पहुंचे। शाम को पति-पत्नी में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। सोनम किसी तरह छत के रास्ते भागकर चंद्रभान के घर पहुंची और यूपी 112 पर इसकी सूचना दी। इसी बीच रंजीत दोबारा पहुंचा और सोनम को बालों से घसीटते हुए घर ले आया। इसके बाद कमरे में बंद कर फिर से पीटना शुरू कर दिया। इस बीच पुलिस भी दरवाजे पर पहुंच गई और आवाज लगाती रही, लेकिन अंदर से गेट नहीं खुला और फिर सोनम की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।
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ग्रामीणों ने पुलिस पर लगाया आरोप
घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने गेट खोला और पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया। यूपी 112 पुलिस ने जब आरोपी को ले जाने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाने लगे। हंगामे की सूचना मिलने पर गौरी बाजार थाने की पुलिस वहां पहुंची और यूपी 112 पुलिस को वहां से हटाया। सूचना मिलने पर एएसपी दीपेंद्र नाथ चौधरी, सीओ अंशुमान श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे और जांच की। थाने को भी सूचना नहीं दी गई सोनम से सूचना मिलने पर यूपी 112 पुलिस मौके पर पहुंची। वह आवाज लगाती रही। आधे घंटे तक मामला चलता रहा और पुलिसकर्मी दरवाजे पर खड़े रहे, लेकिन थाने की पुलिस को सूचना नहीं दी।
बता दें कि, ग्रामीणों में पुलिस के प्रति गुस्सा देखा गया ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया और लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। लोगों का कहना है कि घटना के समय कमरा अंदर से बंद था। पुलिस ने आवाज लगाई, लेकिन रंजीत ने अंदर से गेट नहीं खोला और पुलिस को सोनम की पिटाई की आवाजें आती रहीं। अगर पुलिस वाले गेट तोड़ देते और सख्ती दिखाते तो सोनम की जान बच सकती थी। यह पूरी घटना पुलिस की लापरवाही की वजह से हुई।