Donald Trump new order: डोनाल्ड ट्रंप के ताजा कार्यकारी आदेश ने दुनिया भर में हलचल मचा दी है, विशेष रूप से मुस्लिम देशों में। ट्रंप ने अपने आदेश में उन देशों के नागरिकों पर कड़ी स्क्रीनिंग लागू करने का निर्देश दिया है, जो अमेरिका में प्रवेश करना चाहते हैं। यह कदम अमेरिका और ब्रिटेन में रह रहे मुसलमानों के लिए चिंता का विषय बन गया है, और साथ ही अरब देशों में भी इस आदेश को लेकर घबराहट देखी जा रही है।
Donald Trump के इस आदेश का असर उन देशों पर पड़ेगा, जो पहले से ही मुस्लिम बहुल हैं, और इससे एक बार फिर इस्लामोफोबिया बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। यह आदेश 2017 में Donald Trump द्वारा जारी किए गए उस कार्यकारी आदेश से अधिक कड़ा है, जिसमें कुछ मुस्लिम देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगा दिया गया था। नए आदेश में यह भी कहा गया है कि अमेरिका में प्रवेश से पहले विदेशी नागरिकों को विशेष जांच प्रक्रियाओं से गुजरना होगा, और इसके बाद अमेरिका में आने वाले लोगों की जानकारी भी प्रशासन को एकत्र करनी होगी।
इस आदेश में खासतौर से फिलिस्तीन समर्थक छात्रों पर कड़ी नजर रखी जाएगी और उन्हें सख्त जांच से गुजरना होगा। इसके अलावा, Donald Trump ने अमेरिकी अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि अमेरिका में रहने वाले विदेशी नागरिक अमेरिका की संस्कृति और नागरिकों के प्रति शत्रुतापूर्ण रवैया न अपनाएं। साथ ही, यह आदेश उन लोगों के खिलाफ भी है, जो आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करते हैं।
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इस नए आदेश के बाद, अरब देशों में चिंता बढ़ गई है, क्योंकि उन्हें डर है कि इससे मुस्लिम समुदाय पर अधिक दबाव आएगा। अंतरराष्ट्रीय रिफ्यूजी असिस्टेंस प्रोजेक्ट (IRAP) की वकील दीपा अलागेसन ने इसे 2017 के आदेश से भी ज्यादा खतरनाक बताया है। उनका कहना है कि यह कदम न केवल विदेशों से अमेरिका आने वाले नागरिकों पर कड़ी निगरानी रखने की कोशिश है, बल्कि उन लोगों को अमेरिका से बाहर निकालने के लिए भी इस्तेमाल हो सकता है, जो 2020 के बाद अमेरिका में आए थे।
ब्रिटेन में भी इस आदेश को लेकर असहमति है, खासकर ब्रिटिश मुसलमानों के बीच। ब्रिटिश पाकिस्तानी टैक्सी ड्राइवर अजमत खान ने चिंता जताई है कि इस आदेश के बाद ब्रिटेन में गलत सूचनाओं के जरिए मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैल सकती है, जो कि खतरनाक होगा।