Etawah Suicide News : इटावा में एक युवक ने फंदे से लटक कर सुसाइड कर लिया। इससे पहले उसने दो पन्नों का सुसाइड नोट फेसबुक (FB) पर पोस्ट किया। इसमें उसने सीएम योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है। युवक ने लिखा है, ”मेरे मम्मी-पापा बहुत भोले हैं। मेरी बेटी का ऑपरेशन करवा दिया जाए। अब मेरे परिवार की सुरक्षा महाराज जी के हाथ में है।”
मामला थाना कोतवाली क्षेत्र के लालपुरा गांव का है। यहां 30 साल के अमित राठौर पुत्र जनमेश राठौर ने सुसाइड किया है। उसकी मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। घरवालों ने घरेलू प्रोडक्ट के एजेंसी संचालक और सह संचालक पर आरोप लगाया है।
मोबाइल से बनाया वीडियो, करीबियों को टैग किया
अमित ने सुसाइड करने से पहले अपने फेसबुक अकाउंट पर दो सुसाइड नोट पोस्ट किए। इस पोस्ट को उसने अपने सभी करीबी साथियों को टैग किया। इसके साथ ही उसने अपने मोबाइल फोन पर एक वीडियो भी बनाया। वीडियो में वह रोता-बिलखता दिखाई दे रहा है।
इसके बाद उसने उसी कमरे में फंदा बनाकर सुसाइड कर लिया, जिस कमरे में बैठकर अमित ने वीडियो बनाया था। आनन-फानन कमरा तोड़कर अंदर पहुंचे घरवाले उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। लेकिन यहां चेकअप के बाद डॉक्टरों ने अमित को मृत घोषित कर दिया। अमित के पास से भी दो सुसाइड नोट बरामद किए गए हैं।
सबसे पहले पत्नी ने क्या कुछ कहा
अमित की पत्नी माधुरी राठौर ने बताया की “हमारे दो बच्चे हैं। एक 8 साल की बेटी और 5 साल का बेटा। मेरे पति अमित एक एजेंसी में काम करते थे। वह पिछले एक महीने से बहुत ज्यादा परेशान रहते थे। घर पर खाना तक नहीं खा रहे थे। एजेंसी के मालिक उमेश जैन और मैनेजर अतुल शर्मा उन पर लगातार 20 लाख रुपए देने का दबाव बना रहे थे। ये लोग मेरे पति पर आरोप लगा रहे थे कि उन्होंने एजेंसी के 20 लाख रुपए का गबन कर लिया है।
मेरे पति लगातार उन लोगों को सफाई दे रहे थे। लेकिन वे लोग लगातार उन्हें परेशान कर रहे थे। अब ना जाने उन्होंने ऐसा क्या कह दिया कि मेरे पति ने आज सुसाइड कर लिया।”
मुझे बहुत टॉर्चर किया गया
अमित राठौर ने सुसाइड नोट में लिखा, “माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज, मुझे माफ करना। मेरे साथ बहुत बड़ी साजिश हुई है। मैं गलत था, लेकिन बहुत बड़ा अपराधी नहीं… मेरे पापा-मम्मी बहुत ही भोले हैं। उनका मेरे मामले में कोई लेना-देना नहीं है। मुझे बहुत टॉर्चर किया गया है।’
अमित ने आगे लिखा, “हमने छोटा-सा गुनाह किया है। इसकी असली जड़ उमेश जैन और अतुल शर्मा हैं। ये लोग गुत्थी सुलझा सकते हैं। इन्होंने ही टॉर्चर किया है। जब मैंने गलती की थी, तो मैं उमेश भाई से पूछता था। इस पर वो बोलते थे तुम दिमाग से पागल हो । मेरे माता-पिता भी उमेश के पास गए थे, तब वह बोला कि तुम्हारा लड़का बहुत अच्छा है। थोड़ा माइंड प्रेशर ले रहा है।”
मेरे परिवार और रिश्तेदारों का कोई रोल नहीं
अमित ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, ‘इसके बाद मैं ऑफिस गया, तो वे लोग मुझे टॉर्चर करने लगे। इसमें मेरे परिवार या रिश्तेदारों का कोई रोल नहीं है। मुझे साजिश के तहत फंसाया गया है। मेरी आत्महत्या की वजह उमेश और अतुल हैं। जब हमने काम छोड़ने की बात कही, तो यह लोग मेरे घर तक आने लगे।
जिंदा रहकर जवाब नहीं दे सकता
अमित ने आगे लिखा, “मेरे परिवार वालों को परेशान नहीं किया जाए। मेरी बेटी का ऑपरेशन करवा देना। मेरे परिवार की सुरक्षा महाराज जी के हाथ में है। जिंदा रहकर मैं जवाब नहीं दे सकता हूं। बहुत थक चुका हूं और 20-22 दिनों से बहुत अपमान सह लिया।”
घरवालों ने शव रखकर हंगामा किया
गुस्साए घरवाले अमित का शव लेकर सीधे लालपुरा मोहल्ले में स्थित एजेंसी संचालक की दुकान पहुंच गए। यहां उन्होंने शव रखकर रोड जाम कर दिया। देखते ही देखते वहां भीड़ जुटना शुरू हो गई। हालांकि शव लेकर पहुंचने से पहले ही एजेंसी संचालक उमेश जैन दुकान बंद करके फरार हो गया। बताया जा रहा है कि मृतक अमित राठौर, एजेंसी संचालक उमेश जैन के यहां करीब पांच साल से सेल्समैन था।
मौके पर फोर्स के साथ पहुंचे कोतवाली प्रभारी विक्रम सिंह चौहान ने बताया कि अमित ने फांसी लगाकर सुसाइड किया है। परिजनों की तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। गुस्साए परिजनों थोड़ी देर तक शव रखकर विरोध किया था। अब शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और आगे की जांच की जा रही है।