Farmers Portest: शंभू सीमा पर अपनी मांगों को लेकर दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसानों और पुलिस के बीच तनाव बढ़ गया है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। किसानों ने राष्ट्रीय राजधानी में जाकर अपनी मांगें रखने की अनुमति मांगी थी लेकिन पुलिस द्वारा रोकने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा।
बजरंग पुनिया का समर्थन
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेता और पूर्व पहलवान बजरंग पुनिया ने किसानों के समर्थन में बयान दिया। उनका कहना है की “सरकार एक तरफ कहती है कि किसानों को नहीं रोका जाएगा लेकिन दूसरी तरफ आंसू गैस और पानी की बौछार का इस्तेमाल किया जा रहा है। किसान केवल एमएसपी की मांग कर रहे हैं जो उनका हक है।”
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पुलिस का बयान
अंबाला एसपी ने कहा कि किसानों को दिल्ली जाने के लिए उचित अनुमति लेनी होगी। उन्होंने किसानों से शांति बनाए रखने और कानून का पालन करने की अपील की। प्रदर्शन के चलते अंबाला के कई गांवों में इंटरनेट सेवाएं 17 दिसंबर तक के लिए बंद कर दी गई हैं।
किसानों के विरोध की वजह
किसान यूनियनों का कहना है कि Minimum Support Price (MSP) को कानूनी गारंटी देने और अन्य मांगों को लेकर सरकार से संवाद की कोशिशें अब तक विफल रही हैं। किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल जो 26 नवंबर से आमरण अनशन पर हैं की बिगड़ती सेहत को देखते हुए विरोध प्रदर्शन को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
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राकेश टिकैत की चेतावनी
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अगर सरकार ने किसानों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो दिल्ली की सीमाओं पर पिछले आंदोलन की तर्ज पर एक बड़े प्रदर्शन की योजना बनाई जाएगी। टिकैत ने कहा की “केंद्र सरकार को किसानों की ताकत समझनी होगी। यदि आवश्यक हुआ तो लाखों ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली को केएमपी एक्सप्रेसवे से घेरने का विकल्प भी खुला है।” किसान नेताओं का कहना है कि अगर सरकार जल्द बातचीत के लिए आगे नहीं आई तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे।