Fatehpur Suicide : फतेहपुर में उस समय एक दर्दनाक मामला सामने आया जब पति से विवाद के बाद महिला ने अपने दो बच्चों के साथ यमुना नदी में छलांग लगा दी। पुल से निकल रहे लोगों ने महिला को बच्चों के साथ कूदते हुए देखा तो शोर मचा दिया, लेकिन महिला नहीं रुकी। पहले दोनों बच्चों को नदी में फेंका फिर खुद कूद गई। हादसे के बाद मौके पर लोगों की भीड़ लग गई।
पुलिस को सूचना दी गई। फतेहपुर और बांदा दो जिलों का बॉर्डर होने के कारण काफी देर तक दोनों जिलों की पुलिस घटना स्थल को लेकर उलझी रही। बाद में गोताखोरों की मदद से तीनों शवों को बरामद कर बाहर निकाला गया। जिसके बाद बांदा जनपद कि पुलिस ने आगे की कार्रवाई की।
पुल के बीचो-बीच पहुंचकर लगाई छलांग
फतेहपुर के किशनपुर थाना क्षेत्र से बांदा जाने के लिए यमुना पुल बना है। शाम को बांदा जिले की रहने वाले राजेश निषाद की पत्नी मंजू अपने दो बच्चे दीपक (3) और काजल (5) के साथ किशनपुर पुल से कमासिन थाना अपने गांव खटान जा रही थी। इसी दौरान वह अचानक पुल के बीचों-बीच रुक गई।
आसपास से गुजर रहे लोगों ने देखा तो उन्हें मामला कुछ संदिग्ध लगा। वह चिल्लाए, लेकिन तब तक मंजू अपने दो बच्चों के साथ पुल से यमुना नदी में कूद गई। इसके बाद शोर सुनकर आसपास के लोगों ने पुलिस को फोन कर दिया। वहां फतेहपुर की किशनपुर पुलिस और बांदा की कमासिन थाना बॉर्डर पुलिस पहुंच गई, लेकिन दोनों थानों की पुलिस घटना स्थल को लेकर काफी देर तक असमंजस में रही।
फतेहपुर बार्डर के पास मिले तीनों के शव
घटना स्थल कमासिन थाना क्षेत्र का होने के बाद पुलिस ने गोताखारों की मदद से तीनों की तलाश शुरू कराई। नाव से तीनों को नदी में तलाश किया जाने लगा। फतेहपुर बॉर्डर के पास गोताखोरों ने मंजू और उसके दोनों बच्चे दीपक और काजल के शव को बरामद कर लिया। बताया जा रहा है कि मंजू का उसके पति से विवाद हुआ था। जिसके बाद उसने अपने बच्चों के साथ जान दे दी।
थाना प्रभारी किशनपुर ने बताया कि एक महिला बांदा जिले के कमासिन थाना क्षेत्र के खटान गांव की रहने वाली है। वह अपने बच्चों को लेकर नदी में कूद गई थी। शव को बरामद करने के बाद कमासिन थाना पुलिस साथ ले गई। वहीं पर पोस्टमार्टम की कार्रवाई पूरी की जाएगी।
ईंट भट्ठे पर चलने को लेकर हुआ था विवाद
राजेश निषाद पत्नी के साथ मंगलवार को जनपद फतेहपुर के किशनपुर क्षेत्र के एक गांव में भट्ठे में ईंट पाथ करके वापस घर आया था। सुबह 9:00 बजे राजेश निषाद दवा लेने के लिए कमासिन सीएचसी आया था। वह टीबी का मरीज है। करीब 1:00 बजे दवा लेकर घर वापस पहुंच गया।
इसके बाद उसकी पत्नी मंजू (26) ने 1 घंटे बाद ईंट पाथने के लिए भट्ठे में चलने के लिए जिद करने लगी। इसी बात को लेकर पति-पत्नी में विवाद शुरू हो गया। राजेश ने पत्नी को समझाते हुए तेज धूप में चलने की बजाय ठंडे समय में चलने के लिए कहा, लेकिन पत्नी अपनी जिद पर अड़ी रही।
पति के सोने के बाद गुस्से में निकली मंजू
इसके बाद राजेश खाना खाने के बाद लेट गया। इसी समय मंजू देवी ने अपने बच्चों को साथ लेकर गुस्से में पैदल निकल गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बुधवार शाम 6:00 बजे दांदौ किशनपुर घाट पर बने पक्के पुल पर मंजू ने गला घोंटते हुए पहले बेटी, फिर बेटे को यमुना नदी में फेंक दिया। इसके बाद खुद पुल से छलांग लगा दी।