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Ganjdundwara: 4 लाख रुपए की लागत से बने पुलिया की हालत दयनीय, ​​5 महीने बाद भी भ्रष्टाचार की जांच नहीं

सुमित विजयवर्गीय:

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गंजडुण्डवारा- योगी सरकार द्वारा भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए भले ही बड़े-बड़े वादे किए जाते हो, लेकिन घरातल पर ये दावे फेल नजर आ रहे। जिम्मेदार आला अधिकारी और ठेकेदार मिलीभगत कर सरकार को करोडों-लाखो रुपए का चूना लगा रहे है। कस्बे के थाना रोड पर चार माह पूर्व नगर पालिका परिषद द्वारा लगभग चार लाख की लागत से कराया गया शेरवानी स्कूल पुलिया व सीसी निर्माण इस बात की गवाही दे रहा है। नवनिर्माण गुणवत्ताविहीन होने के चलते कुछ ही समय दुर्दशा का प्राप्त हो चुका है। ठोकर मारने मात्र से ही सीसी से गिट्टी उखड रही है। झाडू लगाने पर इसमे प्रयुक्त सामग्री धूल के गुबार के साथ उड रही है।

गुणवक्ताहीन होने के चलते झाडू लगाने पर धूल के गुबार मे उड रही सीसी निर्माण मे प्रयुक्त सामग्री

कस्बे के वार्ड न.17 थाना रोड स्थित शेरावानी स्कूल को जाने वाली टूटी पुलिया का नवनिर्माण चार माह पूर्ण सवा चार लाख रुपये की लागत से कराया गया था। जब निर्माण हुआ तो लोगों का लगा कि अब सहुलियत होगी। लेकिन यह कुछ माह बाद ही दुर्दशा का शिकार हो गया है। आलम यह है ठोखर मारने मात्र से सीसी से गिट्टी उखड़ रही है। निर्माण गुणवक्ताहीन होने के चलते झाड़ू लगने पर इसमें प्रयुक्त सामग्री धूल के गुबार के साथ उड रही है। इससे लोगों में रोष व्याप्त है। लोगों का आरोप है कि कुछ ही दिनों में नवनिर्माण का टूटना साबित करता है कि निर्माण कार्य में निम्न स्तर की सामग्री का प्रयोग हुआ है। एवं निर्माण मे कमीशनखोरी की आशंका भी व्यक्त की जा रही हैं।

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गुणवक्ताहीन निर्माण को विवादित रही पुलिया

पुलिया निर्माण कार्य आरंभ होने के बाद से विवादों में रहा। निर्माण के कुछ दिन बाद ही पुलिया मे क्रेक आ गया था। वार्ड से सटे क्षेत्र के सभासदो द्वारा इसमे मानक के अनुरूप सामग्री के प्रयोग न किए जाने पर आपत्ति जताई गई थी। वही 20 फुट चौड़ी पुलिया के बीच सफाई हेतु होल बनाने की भी मांग की थी। जिससे नाला जाम होने पर आसानी से सफाई की जा सके। लेकिन अधिकारियों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया। जिसके चलते निर्माण के चार माह बाद ही यह उखडने लगा है। ऐसी स्थिति में नवनिर्मित पुलिया निर्माण के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाने से ठोकर मारने मात्र से इससे गिट्टी निकल रही है। जिसके चलते यह धीरे धीरे गड्ढों में तब्दील हो जाएगी।

पांच माह बाद भी भ्रष्ट्राचार की जांच बेनतीजन

4 लाख से बना पुलिया नवनिर्माण दुर्दशा का शिकार, ठोकर मारने से उखड रही गिट्टी, नवनिर्माण की दुर्दशा लेकिन पांच माह बाद भी भ्रष्ट्राचार की जांच बेनतीजन

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नगर पालिका मे भ्रष्ट्राचार है। इसकी गवाही नवनिर्मित पुलियां, सड़क पेच वर्क सहित अन्य पालिका क्षेत्र मे हुए कार्य स्वंय ही दे रहे है। निर्माण कार्यों मे भ्रष्टाचार का मुद्दा पालिका के सभासद द्वारा स्वंय भी उठाया गया था। 15 बिन्दुओ पर शिकायत जिलाधिकारी व अपर जिलाधिकारी से की गई। शिकायत मे पुलिया का गुणवक्ताहीन निर्माण सहित अन्य कार्य भी शामिल थे। जांच को 4 सदस्यी कमेटी बनी। कमेटी दो बार जांच को कस्बा पहुंची सैंपल जुटाए। लेकिन पांच माह बाद भी भ्रष्ट्राचार की जांच बेनतीजा है। नतीजा पूछने पर अधिकारी एक-दूसरे पर कह पल्ला झांड रहे है। वही नवनिर्माण धीरे धीरे गुणवक्ताहीन होने के चलते दुर्दशा का शिकार होते जा रहा है। जिससे जांच में लग गई आंच कहावत चिरतार्थ होते नजर आ रही है।

वर्जन- नवनिर्मित पुलिया कर निरीक्षण कर स्थिति खराब मिलने पर सम्बंधित ठेकेदार से इसे दुरुस्त कराया जाएगा
-सुनील कुमार, ईओ, नगर पालिका परिषद

वर्जन- मेरे द्वारा जांच पूर्ण कर दी गई है। पीडब्लूडी विभाग द्वारा जांच को सैंपल लेब भेजे गए थे। उनका परिणाम अभी नही आया है।
-प्रदीप विमल, एसडीएम पटियाली

फोटो केप्शन- नवनिर्मित पुलिया निर्माण से उखडी पड़ी गिट्टी व प्रयुक्त सामग्री की र्गद

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