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Thursday, October 17, 2024
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गौतमबुद्धनगर पुलिस का सराहनीय कार्य: डिस्ट्रीब्यूटर ठगी गिरोह का भंडाफोड़, 2 आरोपी गिरफ्तार

कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस का सराहनीय कार्य

थाना सेक्टर-63 नोएडा पुलिस ने उत्पादक कंपनियों से ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। ये गिरोह देश के विभिन्न राज्यों में डिस्ट्रीब्यूटर उपलब्ध कराने के नाम पर कंपनियों को ठगता था। पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से 3 लैपटॉप, 7 डेस्कटॉप कंप्यूटर, 1 प्रिंटर, 1 स्टाम्प मोहर, 12 पम्पलेट, 16 डायरी, 74 सर्टिफिकेट और 2 मोबाइल फोन बरामद किए हैं।

पुलिस की इस कार्यवाही से कई कंपनियों के साथ हो रही धोखाधड़ी का खुलासा हुआ है, जो देशभर में व्यापारिक कंपनियों के लिए एक बड़ी राहत है।

घटना का संक्षिप्त विवरण:

थाना सेक्टर-63, नोएडा की साइबर हेल्प डेस्क पर शिकायतें मिल रही थीं कि थाना क्षेत्रान्तर्गत सी-4 सी ब्लॉक में स्थित Go4Distributors.com BSDM Techmart Private Limited नाम की कम्पनी डिस्ट्रीब्यूटर उपलब्ध कराने के नाम पर धोखाधड़ी कर रही है। बागपत के निवासी द्वारा दर्ज की गई शिकायत के आधार पर जांच शुरू की गई। कंपनी के डायरेक्टर दिगपाल सिंह और भूपल सिंह ने बताया कि वे सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार कर ऐसे लोगों को फंसाते थे, जो अपने ब्रांड के नाम से सामान बेचने के इच्छुक होते थे।

वे इन उत्पादकों को बताते थे कि अगर वे ₹50,000 से ₹1,50,000 का भुगतान करेंगे, तो उन्हें देशभर में डिस्ट्रीब्यूटर दिलाए जाएंगे, जिससे उनकी कंपनी का मुनाफा कई गुना बढ़ जाएगा।

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जांच के दौरान कंपनी के कंप्यूटरों से मिले डेटा से कई पीड़ितों की पहचान की गई, जिनमें गुजरात, महाराष्ट्र और कोलकाता के लोग शामिल हैं। इन सभी ने बताया कि उन्हें डिस्ट्रीब्यूटर दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की गई, लेकिन न तो उन्हें कोई डिस्ट्रीब्यूटर मिला और न ही उनका सामान बिका। पुलिस को कई और पीड़ित मिले, जिनसे भी इसी प्रकार से ठगी की गई थी।

पुलिस कार्यवाही विवरण में पाया गया 

दिनांक 02.10.2024 को थाना सेक्टर-63, नोएडा पुलिस ने एक शिकायत की जांच के बाद दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया, जो कंपनियों से डिस्ट्रीब्यूटर उपलब्ध कराने के नाम पर ठगी कर रहे थे। लोकल इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना के आधार पर की गई इस कार्यवाही में दो अभियुक्त, 1-दिगपाल सिंह किरौला और 2-भूपल सिंह, को सी-4 ग्राउंड फ्लोर, सी ब्लॉक क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। इनके पास से ठगी में इस्तेमाल होने वाले 3 लैपटॉप, 7 डेस्कटॉप कंप्यूटर, 1 प्रिंटर, 1 स्टाम्प मोहर, 12 पम्पलेट, 16 डायरी, 74 सर्टिफिकेट और 2 मोबाइल बरामद किए गए।

किस तरह से बनाते है अपराध को अंजाम देने की योजना

गिरफ्तार अभियुक्त सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार कर उन उत्पादकों को ठगते थे, जो अपने ब्रांड के नाम से सामान बेचना चाहते थे। अभियुक्त इन उत्पादकों से 50,000 से 1,50,000 रुपये तक की मांग करते थे, वादा करते हुए कि वे उनके सामान की बिक्री के लिए विभिन्न राज्यों में डिस्ट्रीब्यूटर उपलब्ध कराएंगे। जब उत्पादक पैसे का भुगतान कर देते, तो अभियुक्त उन्हें कोई डिस्ट्रीब्यूटर नहीं देते और न ही उनका सामान बिकवाया जाता था। इस तरह कई कंपनियों के साथ लाखों रुपये की ठगी की गई। अभियुक्त विशेष रूप से अन्य राज्यों के उत्पादकों को निशाना बनाते थे ताकि कोई उनके ऑफिस आकर विरोध न कर सके।

गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम:

  1. उपनिरीक्षक राजेन्द्र सिंह
  2. उपनिरीक्षक मनेन्द्र प्रताप सिंह
  3. म.उ.नि. आरती शर्मा
  4. म.उ.नि. विशाखा गर्ग
  5. हेड कांस्टेबल सुबोध कुमार
  6. हेड कांस्टेबल वरुण कुमार
  7. कांस्टेबल अंशुल
  8. कांस्टेबल मोहित कुमार
  9. कांस्टेबल दिलीप कुमार
  10. म.कां. क्षमा यादव

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